कास्तेल गंदोल्फो, रोम सोमवार 25 मार्च, 2013 (सेदोक, वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार
23 मार्च को कास्तेल गंदोल्फो जाकर पूर्व संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें से मुलाक़ात की
और विनम्रता की आदर्श माता मरिया की एक मूर्ति भेंट की।
वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट
फादर फेदेरिको लोमबारदी ने दो संत पापाओं की ऐतिहासिक मुलाक़ात के बारे में जानकारी देते
हुए कहा कि यह आपसी एकता का एक उत्कृष्ट पल था।
फादर लोमबारदी ने बतलाया कि ससम्मान
सेवानिवृत्त पूर्व संत पापा बेनेदिक्त चाहते थे गिरजाघर में कि संत पापा फ्राँसिस पूर्ण
सम्मान के साथ अपने निर्धारित आसन में विराजमान हों पर संत पापा फ्राँसिस ने नम्रतापूर्वक
एक ही बेंच में बैठने पर बल देते हुए कहा कि ‘हम भाई हैं’
दोनो संत पापाओं की
मुलाक़ात 45 मिनट की रही जिसमें एमेरितुस संत पापा बेनेदिक्त ने अपने उत्तराधिकारी के
प्रति अपनी आज्ञाकारिता के संकल्प को दुहराया।
संत पापा फ्राँसिस ने भी पुनः
सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के नाम पर संत पापा बेनेदिक्त की सेवाओं के लिये अपनी कृतज्ञता
प्रकट की।
फादर लोमबारदी ने कहा कि सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के दो पोपों की
ऐतिहासिक मुलाक़ात सौहार्दपूर्ण रही।
विदित हो कि संत पापा फ्राँसिस ने सेवानिवृत्त
संत पापा से आधिकारिक मिलन के पूर्व ही दो बार दूरभाष में बातें कर चुके थे और उन्हें
अपनी कृतज्ञता प्रकट की थी और अपने भाषणों में ससम्मान उन्हें याद कर लोगों से प्रार्थना
की अपील की थी। पूर्व संत पापा ने मिलने के बाद संत पापा फ्राँसिस शनिवार को ही हेलिकॉप्टर
से वाटिकन सिटी वापस चले आये। मालूम हो कि जब पूर्व संत पापा के निवास का जीर्णोद्धार
का कार्य पूर्ण हो जायेगा तो वे वाटिकन वापस लौटेंगे और मातेर एकलेसियाय मठ में अपना
प्रार्थनामय समय व्यतीत करेंगे।