वाटिकन सिटी, शनिवार, 16 मार्च, 2013(सेदोक) संत पापा फ्राँसिस ने कहा, वे चाहते हैं
काथलिक कलीसिया आडंबरहीन हो, सीधा-सादा हो और सदा इस बात को याद करे कि उसका मिशन है
कमजोरों एवं ज़रूरतमंदों की सेवा करना।
संत पापा फ्राँसिस ने उक्त बात उस समय
कही जब उन्होंने शनिवार 16 मार्च को वाटिकन स्थित पौल षष्टम् सभागार में संवाददाताओं
को संबोधित किया।
संत पापा ने अपने नाम के बारे में बतलाते हुए कहा कि उन्होंने
अपना आदर्श संत फाँसिस ऑफ़ असीसी को बनाया क्योंकि वे एक ऐसे संत रहे जिन्होंने गऱीबों
की सेवा करते हुए हममें शांति की भावना को मजबूत किया है।
संत पापा ने बल देकर
कहा कि काथलिक कलीसिया को इस बात को याद करना चाहिये कि येसु कलीसिया के शीर्ष और केन्द्र
हैं संत पापा नहीं। येसु के बिना प्रेरित पेत्रुस और कलीसिया का कोई अस्तित्व नहीं है।
पोप फ्राँसिस ने कहा कि काथलिक कलीसिया एक बड़े संगठन रूप में है जहाँ अच्छाइयों
और कमजोरियाँ दोनों हैं। उन्होंने पत्रकारों से अपील की है कि वे कलीसिया की अच्छाइयों,
सच्चाइयों और सुन्दरता को उज़ागर करें। पत्रकारों का दायित्व है कि वे
उन्होंने
कहा हालाँकि कलीसिया मुख्यतः एक मानव संगठन है, ऐतिहासिक है, राजनीतिक प्रकृति का है
पर मूलतः यह आध्यात्मिक है। और ईश्वर की पवित्र प्रजा येसु ख्रीस्त से मिलने की तीर्थयात्रा
कर रहे हैं।