नये संत पापा के विचारों में आम आदमी तक पहुँचने का संदेश
चेन्नई, शनिवार, 16 मार्च, 2013 (कैथन्यूज़) भारतीय जेस्विटों का मानना है कि नये जेस्विट
पोप के नेतृत्व में काथलिक कलीसिया की सेवायें गरीबों और हाशिये पर कर दिये लोगों तक
पहुँच पायेगी। उक्त बात लोयाला कॉलेज चेन्नई के प्रधानाध्यापक बी. जेयराज ने उस समय
कही जब उन्होंने नये संत पापा फ्राँसिस के पोप बनने पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने
कहा, "मेरा विश्वास कि एक जेस्विट के कंधे पर सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया को चलाने की
ज़िम्मेदारी सौंपने का संदेश है आम आदमी तक पहुँचना ताकि लोगों का विश्वास मजबूत हो सके।" कॉलेज
के उप-प्रधानाध्यपक जोसेफ अंथोनी सामी ने कहा कि जेस्विट अपनी बुद्धिमत्ता और सादगी के
लिये जाने जाते हैं और मेरा पूरा विश्वास कि नये संत पापा फ्राँसिस आरंभ से ही लोगों
के बीच इसी छाप को छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि संत पापा फ्राँसिस ने अब तक जो
कुछ किया है पब्लिक बसों में यात्रा करना, होटेल बिल चुकाने जाना और सादा रहन-सहन इस
बात को दिखाता है वे आम आदमी के पापा रूप में जाने जायेंगे। जेस्विट थम्बुराज ने
आशा जतायी है कि नये पोप के मार्गनिर्देशन मे ग़रीबों, ज़रूरतमंदों, दलितों आदिवासियों,
महिलाओं और बच्चों के लिये हो रही काथलिक कलीसिया की सेवायें और प्रभावकारी होंगी।