2013-03-13 22:10:36

वाटिकन सिटीः नवनियुक्त सन्त पापा फ्राँसिस ने की प्रार्थना की अपील


वाटिकन सिटी, 13 मार्च सन् 2013 (सेदोक): नुनसियो वोबिस गाओदियुम मान्युमः आबेमुस पापाम अर्थात् "आपको मैं आनन्द का सन्देश सुनाता हूँ: सन्त पापा मिल गये हैं" जो हैं: रोमी काथलिक कलीसिया के सर्वप्रतिष्ठित और आदरणीय कार्डिनल जॉर्ज मरियो बेरगोलिया जिन्होंने सन्त पापा फ्राँसिस प्रथम नाम धारण किया है।
कार्डिनल जाँ लूई तौराँ की इस घोषणा के उपरान्त रोम समयानुसार सन्ध्या आठ बजकर 20 मिनट पर नवनियुक्त सन्त पापा फ्राँसिस प्रथम ने सन्त पेत्रुस महागिरजाघर की बालकनी से दर्शन दिये उन्होंने कहा, ...... "भाइयो एवं बहनो, शुभ सन्ध्या, आप जानते हैं कि कॉनक्लेव का दायित्व एक नये सन्त पापा का चुनाव करना था। ऐसा प्रतीत होता है मानों मेरे कार्डिनल भाई उन्हें ले आने के लिये विश्व के अन्तिम छोर तक गये, परन्तु हम यहीं हैं। आपके स्वागत के लिये धन्यवाद। सबसे पहले मैं अपने सम्मान सेवानिवृत्त सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के लिये प्रार्थना करना चाहूँगा। हम सब मिलकर उनके लिये प्रार्थना करें ताकि प्रभु उन्हें आशीष दें तथा माँ मरियम उनकी रक्षा करें।"
तदोपरान्त सन्त पापा फ्राँसिस ने हे पिता हमारे और प्रणाम मरिया प्रार्थना का पाठ किया। इन प्रर्थनाओं के उपरान्त उन्होंने कहा, "अब हम सब मिलकर यह तीर्थयात्रा आरम्भ करें, धर्माध्यक्ष और प्रजा, रोम की कलीसिया की यह तीर्थयात्रा हम साथ मिलकर करें। भ्रातृत्व प्रेम की एक तीर्थयात्रा, आपसी विश्वास की तीर्थयात्रा, हम सब मिलकर एक दूसरे के लिये प्रार्थना करें।
उन्होंने आगे कहा, "मेरी मंगलकामना है कि कलीसिया की यह तीर्थयात्रा जिसे हम आज आरम्भ कर रहे हैं और जिसमें मेरी मदद मेरे प्रतिधर्माध्यक्ष करेंगे, इस अति सुन्दर शहर के लिये सुसमाचार उदघेषणा के फल उत्पन्न करे। और अब मैं आप सबको आशीर्वाद देना चाहूँगा किन्तु इससे पूर्व आपसे एक निवेदन करना चाहता हूँ। इससे पहले कि रोम के धर्माध्यक्ष विश्वासियों को आशीर्वाद दें, आपसे मेरा निवेदन है कि आप मुझपर ईश्वर के अनुग्रह के लिये प्रार्थना करें। प्रजा की प्रार्थना, अपने धर्माध्यक्ष पर आशीष हेतु प्रार्थना। मेरे लिये आपकी इस प्रार्थना को हम मौन धारण कर अर्पित करें।"
तदोपरान्त उन्होंने कहा, "अब मैं आपको एवं सम्पूर्ण विश्व को, समस्त शुभचिन्तक स्त्रियों और पुरुषों को आशीष प्रदान करूँगा"...................
लैटिन भाषा में दी आशीष के उपरान्त सन्त पापा फ्राँसिस ने उनके भव्य स्वागत के लिये सबके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त कर कहा, "भाइयो और बहनो, अब आपसे विदा लेता हूँ। आपके स्वागत के लिये हार्दिक धन्यवाद। मेरे लिये प्रार्थना कीजिये। हम शीघ्र ही फिर मिलेंगे। कल मैं मरियम से प्रार्थना करने जाऊँगा ताकि मरियम सम्पूर्ण रोम की रक्षा करें। शुभ रात्रि और सुखद विश्राम।"








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