सन्त पापा फाँसिस की नियुक्ति से पूर्व, वाटिकन के सिस्टीन प्रार्थनालय की चिमनी से,
कॉनक्लेव के दूसरे दिन, पाँचवे मतदान सत्र के बाद, रोम समयानुसार, बुधवार 13 मार्च की
सन्ध्या, सात बजकर छः मिनट पर सफेद धुआँ देखा गया, सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के घण्टे
बजने लगे जिससे यह संकेत मिला कि विश्व व्यापी काथलिक कलीसिया के नये परमाध्यक्ष की नियुक्ति
हो चुकी थी। वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में तथा महागिरजाघर
की ओर जानेवाली सड़कों पर साढ़े पाँच बजे से ही श्रद्धालुओं की अपार भीड़ लगना शुरु हो
गई थी। बुधवार का दिन मंगलवार की तरह ही वर्षा का दिन रहा था किन्तु खराब मौसम के बावजूद
रंग बिरंगी छतरियाँ लगाये, अपने अपने देशों के ध्वज फहराते तथा वीवा इल पापा के जयनारे
लगाते लगभग डेढ़ लाख लोग नये सन्त पापा के दर्शन को उमड़ पड़े। सात बजकर छः मिनट पर सफेद
धुएं के निकलने के तुरन्त बाद रोम के नागरिक भी अपने अपने घरों से निकलकर सन्त पेत्रुस
महामन्दिर के प्राँगण की ओर भागे जा रहे थे। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों लोगों का सागर
अपनी विशाल लहरों के साथ साथ आगे की ओर बढ़ रहा था। नवनियुक्त सन्त पापा फ्राँसिस
प्रथम विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया के 266 वें परमाध्यक्ष हैं।