मुम्बईः कारमेल मठ की धर्मबहन के अनुसार चालीसाकाल में कॉनक्लेव एक महानव वरदान
मुम्बई, 13 मार्च सन् 2013 (एशिया न्यूज़): मुम्बई में कारमेल मठ की अध्यक्षा सि. जेम्मा
ने कहा है कि चालीसाकाल के दौरान कॉनक्लेव का होना सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के लिये
महान वरदान है। एशियान्यूज़ से बातचीत में सि. जेम्मा ने कहा, "प्रभु येसु के दुखभोग
की याद में मनाये जानेवाले चालीसाकाल के दौरान ससम्मान सेवानिवृत्त सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें का साक्ष्य तथा कॉनक्लेन का आयोजन विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया के लिये एक महान
वरदान है।" वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने द्वारा विश्व के कारमेल
मठवासियों से कलीसियाई परमाध्यक्ष के चुनाव हेतु, प्रार्थना की अपील के उत्तर में सि.
जेम्मा ने कहा, "कलीसिया के लिये प्रार्थना हेतु इस निवेदन को पूरा करना हम अपना सौभाग्य
मानते हैं तथा कार्डिनल बेरतोने को आश्वासन देते हैं कि हम कॉनक्लेव के दौरान कार्डिनलों
के लिये विशेष प्रार्थनाएँ अर्पित करेंगे।" उन्होंने बताया कि कार्डिनल महोदय का पत्र
प्राप्त करने के बाद से ही मठवासी प्रतिदिन सन्ध्या पवित्र घड़ियों में भाग ले रहे हैं
तथा कॉनक्लेव की सफलता के लिये व्यक्तिगत रूप से मठ की प्रत्येक धर्मबहन किसी न किसी
प्रकार का त्याग कर रही है।