वाटिकन सिटी, शनिवार, 2 मार्च, 2013(सेदोक,वीआर) वाटिकन के प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदेरिको
लोमबारदी ने कहा, "सम्मान सेवानिवृत्त पोप बेनेदिक्त सोलहवें के परमधर्माध्यक्षीय काल
के अंतिम दिनों को सार्वभौमिक तीर्थयात्री कलीसिया तथा विश्व के लोग एक नया, अप्रत्याशित
और ऐतिहासिक पल के रूप में याद करेंगे।"
उन्होंने कहा, "बहुतों के लिये यह एक
ऐसा समय था जब उन्होंने संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें की आध्यात्मिकता और मानवता को करीब
से जाना तो कई लोगों के लिये यह जीवन की विनम्रता और विश्वासपूर्ण जीवन की चरमसीमा थी।"
फादर
लोमबारदी ने उक्त बातें अपने साप्ताहिक सम्पादकीय में उस समय लिखीं जब उन्होंने संत पापा
के 28 फरवरी बुधवार की शाम 8 बजे औपचारिक रूप से अपना पद त्याग देने पर विचार व्यक्त
किया।
वाटिकन प्रवक्ताजेस्विट फादर फेदेरिको ने कहा, "एक ओर धन्य जोन पौल
द्वितीय ने अपने विश्वास का साहसपूर्ण साक्ष्य बीमारी और दुःख उठाकर दिया तो पोप बेनेदिक्त
सोलहवें ने अपनी बुढ़ापा को स्वीकार करते हुए, ईश्वर द्वारा दी ज़िम्मेदारी के बारे में
गहन चिन्तन के बाद पदत्याग के निर्णय के द्वारा विश्वास का साक्ष्य दिया।"
फादर
ने कहा, "दोनों पूर्व संत पापाओं ने न केवल अपनी शिक्षा द्वारा हमें प्रेरित किया पर
उससे कहीं बढ़कर अपने जीवन के उदाहरण द्वारा यह बतलाया कि हम अपनी रोजमर्रा की ज़िन्दगी
विशेष करके मानव जीवन के निर्णायक पलों में जानें कि ईश्वर की इच्छा और उसकी सेवा का
अर्थ क्या है।"
उन्होंने कहा, "पोप बेनेदिक्त सोलहवें ने अपनी परमधर्माध्यक्षीय
काल के अंतिम दिनों में हमसे कहा कि वे न तो अपनी ज़िम्मेदारी से अलग हट रहे हैं, ना
ही कलीसिया को छोड़ रहे हैं पर वे ईश्वर पर आस्था रखते हुए कलीसिया की सेवा करना जारी
रखेंगे।"
उन्होंने बड़ी ही नम्रतापूर्वक कहा था "कलीसिया की अच्छी तरह सेवा करने
की ताकत मुझमे नहीं रह गयी है। यह कलीसिया मेरी नहीं ईश्वर की है और यह पवित्र आत्मा
की प्रेरणा से जीवन पाती, विकसित होती और आत्माओं को जागरुक करती है।"
इस अर्थ
में संत पापा बेनेदिक्त की विरासत हमें इस बात के लिये आमंत्रित करती कि हम ज़िम्मेदारीपूर्वक
सबके लिये प्रार्थना करें। सबसे पहले हम कार्डिनलों के लिये प्रार्थना करें जिनपर एक
नये कार्डिनल चुनने का दायित्व है।
हम पूरी कलीसिया के लिये प्रार्थना करें ताकि
वह कार्डिनलों का प्रार्थनामय साथ दे ताकि नये संत पापा येसु के सुसमाचार प्रचार के लिये
सार्वभौमिक कलीसिया के विश्वास को सुदृढ़ कर सके और कलीसिया मानवजाति के हित के लिये
सुसमाचार के प्रचार के लिये कार्य करे।
फादर लोमबारदी ने लोगों से अपील की कि
वे ससम्मान सेवानिवृत्त संत पापा के अंतिम सार्वजनिक वचन की याद करें जिसमें उन्होंने
कहा था कि वे कलीसिया के सेवा अपने ह्रदय, अपने प्रेम, अपनी प्रार्थनाओं, और चिन्तनों
द्वारा करेंगे।