वाटिकन सिटीः कलीसियाई परमाध्यक्ष के चुनाव पर कुछ संशोधित नियमों पर सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें का "मोतू प्रोप्रियो" जारी
वाटिकन सिटी, 25 फरवरी सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन ने सोमवार, 25 फरवरी को, कलीसियाई परमाध्यक्ष
के चुनाव पर कुछ संशोधित नियमों पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के "मोतू प्रोप्रियो"
यानि स्वप्रेरणा से रचित पत्र की प्रकाशना कर दी। सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के
नये "मोतू प्रोप्रियो" में, धन्य सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय द्वारा भावी सन्त पापा के
चुनाव पर, सन् 1996 में प्रकाशित, प्रेरितिक संविधान "यूनीवरसी दोमेनीची ग्रेजिस" के
कुछेक नियमों में संशोधन किया गया है। सोमवार को प्रकाशित "मोतू प्रोप्रियो" में इस
बात पर बल दिया गया है कि विश्व के समस्त मतदान योग्य कार्डिनल सन्त पापा के चुनाव में
भाग लेंगे। परमाध्यक्षीय पद के रिक्त होने के बाद सभी कार्डिनलों के रोम आगमन तक, 15
दिन प्रतीक्षाकाल रहेगा किन्तु यदि सभी कार्डिनल इससे पहले ही रोम में उपस्थित होंगे
तो कार्डिनल मण्डल 15 दिन से पहले भी चुनाव आरम्भ करने का निर्णय ले सकता है। पहले की
तरह ही दो तिहाई मतों द्वारा सन्त पापा की नियुक्ति सम्भव होगी। स्वप्रेरणा से रचित
25 फरवरी सन् 2013 के "मोतू प्रोप्रियो" में गोपनीयता के सिद्धान्त पर बहुत अधिक बल दिया
गया है। वाटिकन स्थित सान्ता मार्था प्रासाद जहाँ सभी कार्डिनल निवास करेंगे, चुनाव स्थल
सिस्टीन प्रार्थनालय तथा आराधना अर्चना के लिये निर्धारित स्थलों को पूर्णतः सील कर दिया
जायेगा। इन स्थलों पर कोई भी व्यक्ति अनाधिकृत प्रवेश नहीं कर पायेगा। जो व्यक्ति सेवा
के लिये रहेंगे उन्हें भी शपथ ग्रहण करनी होगी कि वे किसी भी प्रकार के समाचार के बारे
में बाहर वालों से बातचीत नहीं करेंगे।