वाटिकन सिटी, 25 फरवरी, 2013(न्यूज़.वीए) "काथलिक कलीसिया एक महत्वपूर्ण दौर से होकर
गुज़र रही है जब संत पापा ने अपने पद त्याग की घोषणा की है और वाटिकन परमधर्मपीठ के रिक्त
होने के साथ ही नये पोप के चुनाव के लिये ‘कोनक्लेव’ बुलाया जायेगा।" उक्त बात वाटिकन
प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदेरिको लोमबारदी ने उस समय कही जब उन्होंने वाटिकन टेलेविज़न
चैनल के साप्ताहिक कार्याक्रम ‘ऑक्तावा दियेस’ में संत पापा के पद त्याग की घोषणा के
बाद से उत्पन्न स्थिति के बारे में अपने विचार व्यक्त किये। फादर लोमबारदी ने कहा,
"कलीसिया में जो स्थिति है उसमें हमें अति लोकप्रिय संत पापा की मृत्यु के दर्द के भार
को तो नहीं ढोने की हमें प्रसन्नता है फिर भी हमारे सामने कुछ परीक्षायें तथा नवीतायें
हैं, जो कलीसियाई तरीकों से भिन्न हैं, जिसका सामना हमें नये संत पापा के चयन के इन्तज़ार
काल में करना है।" वाटिकन प्रवक्ता ने कहा, "ऐसे समय में कई लोग जो अपने को न्यायी
रूप में प्रस्तुत करते नैतिक निर्णय करते हैं वास्तव में उनके पास ऐसा कोई अधिकार नहीं
होता। ऐसे लोग जो रुपये, सेक्स और सत्ता को आधार बनाकर विभिन्न सच्चाइयों, यहाँ तक की
कलीसिया की सच्चाइयों का पर्दाफाश करने का दावा करते हैं वे इसकी आध्यात्मिक पहलुओं और
इसके अस्तित्व के कारणों की न तो ऊँचाई को न ही गहराई को समझते हैं।" "अतः ऐसे लोग
कलीसिया और इसके सदस्यों की जो व्याख्या करते हैं वह पूर्णतया ग़लत है। पर इनसे विश्वासी
निश्चय ही प्रभावित नहीं होंगे; न ही उस ईश्वर के प्रति उनका विश्वास और आशा ही बदलेगी
जिन्होंने कलीसिया का साथ देने का वचन दिया है। फादर लोमबारदी ने कहा, "कलीसिया के
विधान और परंपरा के अनुसार हम आशा करते हैं कि यह काल सुसमाचार के आधार पर कलीसिया के
लिये, आध्यात्मिक इंतज़ार, प्रार्थना, पवित्र आत्मा की सहायता पाने तथा कार्डिनल मंडल
के साथ सामीप्य बनाये रखने का समय हो जो इस समय एक महत्वपूर्ण निर्णय और चुनाव प्रक्रिया
में हिस्सा लेंगे।" जेस्विट फादर ने कहा,"संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें आध्यात्मिक पूर्णता
के आदर्श हैं जिन्होंने चालीसाकाल के आरंभ में ही अपना समय प्रार्थना के लिये समर्पित
कर दिया है। यह उनकी ऐसी आध्यात्मिक यात्रा है जिसमें उन्होंने नम्रतापूर्वक ईश्वर तक
पहुँचने का कदम उठाया है ताकि वे पास्का के पूर्ण आनन्द को प्राप्त कर सकें।" उन्होंने
कहा कि इसी तरह हमें कलीसियाई जीवन जीते हैं और इसी तरह आशा और ईश्वर की ओर लौटते हुए
जीते रहेंगे।