वाटिकन सिटीः सन्त पापा कॉनक्लेव के लिये नया विधान लागू कर सकते हैं, वाटिकन प्रवक्ता
वाटिकन सिटी, 21 फरवरी सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने
बुधवार को पत्रकारों से कहा कि आनेवाले दिनों में, 28 फरवरी को अपने पदत्याग से पूर्व,
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें एक "मोतू प्रोप्रियो" यानि स्वप्रेरणा से रचित पत्र प्रकाशित
कर सकते हैं। फादर लोमबारदी ने कहा कि सन्त पापा के "मोतू प्रोप्रियों" का उद्देश्य,
कॉनक्लेव अर्थात् भावी सन्त पापा के चुनाव हेतु एकत्र होनेवाली कार्डिनलों की सभा सम्बन्धी
प्रेरितिक संविधान के कुछेक महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर स्पष्टीकरण प्रदान करना होगा। सन्त
पापा, स्वप्रेरणा से रचित अपने पत्र में, कॉनक्लेव की तिथि की घोषणा करेंगे या नहीं इस
बारे में फादर लोमबारदी ने कहा, "मुझे नहीं पता है सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें कॉनक्लेव
के समय अथवा निश्चित्त तिथि पर स्पष्टीकरण देना आवश्यक समझेंगे या नहीं। इसका पता हमें
उक्त दस्तावेज़ की प्रकाशना के बाद ही चल पायेगा।" प्रेरितिक संविधान "यूनीवरसी दोमेनीची
ग्रेजिस" में स्थापित नियमों के अनुसार परमाध्यक्षीय पद के खाली होने तथा भावी सन्त पापा
के चुनाव के बीच कार्डिनल मण्डल के लिये 15 दिन रुकना अनिवार्य है ताकि रोम से बाहर विदेशों
में रहनेवाले कार्डिनल समय पर कॉनक्लेव के लिये पहुँच सकें। प्रश्न इसलिये उठा क्योंकि
इस बार भावी सन्त पापा के चुनाव हेतु मतदान योग्य सभी कार्डिनल रोम में ही हैं। वाटिकन
संग्रहालय के उपनिर्देशक अम्ब्रोजियो पियात्सोनी ने पत्रकारों से कहा कि उनके अनुसार
प्रेरितिक संविधान में निहित 15 दिनों तक ठहरनेवाले नियम सिर्फ कार्डिनलों के रोम आगमन
से जुड़ा है। पियात्सोनी ने पत्रकारों को बताया कि 15 दिनों वाला नियम सन् 1914 ई. में
सन्त पापा बेनेडिक्ट 15 वें द्वारा स्थापित किया गया था।