वाटिकन सिटी, 18 फरवरी, 2013 (वीआर, अंग्रेज़ी) इस्राएल के राष्ट्रपति शिमोन पेरेज़ ने
कहा है संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें एक महान् और शक्तिशाली आध्यात्मिक नेता है। उन्होंने
उक्त बात उस समय कही जब संत पापा के पदत्याग की घोषणा पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने
कहा कि संत पापा का निर्णय एक सच्चा निर्णय है क्योंकि वे एक साहसी व्यक्ति रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संत पापा के विचारों का विश्व में व्यापक प्रभाव पड़ा है। राष्ट्रपति
ने कहा, "संत पापा एक महान विचारक रहे हैं। व्यक्ति वृद्ध हो सकता है पर विवेक युवा ही
रहता है। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें शांति और मानवता के प्रति समर्पित रहे। उनका जीवन
एक सच्चे ईशभक्त का रहा, उनके पास वो प्रज्ञा थी जो इतिहास में परिवर्त्तन के साथ नहीं
बदलती और उनका ज्ञान ऐसा था जो विभिन्नताओं के बावजूत किसी को दुश्मन या अज़नबी नहीं
समझा।" राष्ट्रपति ने कहा, "संत पापा ने कई ऐसे कदम उठाये जो यहूदियों और काथलिक
कलीसिया के लिये महत्वपूर्ण रही। उनमें सबसे प्रमुख बात थी कि यहूदी जाति को येसु की
मृत्यु के लिये ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि यहूदी हमारे ‘बड़े
भाई है और ईश्वर ने यहूदियों को कभी नहीं त्यागा।" इस्राएल के राष्ट्रपति शिमोन पेरेज़
ने संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें के विचारों को याद करते हुए उस ऐतिहासिक घटना की याद की
जब संत पापा ने रोम में अवस्थित यहूदियों के प्रार्थनालय ‘सिनगॉग’ का भी दौरा किया था। उन्होंने
कहा कि इस दौरे के द्वारा संत पापा ने अपनी मित्रता और सहानुभूति दिखलायी थी। उन्होंने
ने बार-बार मध्यपूर्वी राष्ट्रों में शांति के लिये भी अपनी प्रार्थनायें चढ़ायीं थी।
राष्ट्रपति ने कहा,"संत पापा को वाटिकन का प्रशासकीय नेता सिर्फ़ नही कहा सकता क्यों
कि वे एक आध्यात्मिक गुरू हैं जिनका ज्ञान और विवेक की गहराई अनुकरणीय है।" उन्होंने
कहा, "वे संत पापा को अपना मित्र मानते हैं और उन्हें अपनी शुभकामनायें देते हैं और आशा
करते हैं कि वे शारीरिक रूप से मजबूत हों और विभिन्न धर्मों और सम्प्रदाय के बीच आपसी
सद्भाव और एकता के लिये कार्य करते रहें। हमारे दिल में उनके प्रति गहरा सम्मान है।"