वियेतनाम, 9 फरवरी, 2013 (वीआर, अंग्रेज़ी) वियेतनाम के 65 वर्षीय काथलिक पुरोहित और
मानवाधिकार कार्यकर्ता को फादरर ली और वियेतनाम के युनाइटेड पैट्रियार्क बुधिस्ट चर्च
के पैट्रियार्क पूजनीय थिक क्वांग दो का नाम वर्ष 2013 के नोबेल पुरस्कार के लिये प्रस्तावित
किया गया है।
अमेरिकी काँग्रेस सदस्य क्रिस स्मिथ औरजो लोफजरेन ने दोनों के नाम
का प्रस्ताव किया है।
विदित हो काथलिक पुरोहित ली सन् 1970 के दशक से ही धार्मिक
स्वतंत्रता, प्रजातंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता के लिये कार्य करते रहे हैं।
फादर
ली वियेतनाम प्रजातंत्र आंदोलन के प्रबल समर्थक रहे हैं और इसके बारे में खुल कर वकालत
की है जिसके फलस्वरूप उन्हें 15 वर्ष के जेल की सजा काटनी पड़ी।
सन् 2007 ईस्वी
में उन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने ‘कलंकी और अपनमानजनक जानकारी का प्रसार किया जो
राज्य के लिय हानिकारक’ है। इसके लिये उन्हें 8 साल की सजा सुनायी गयी।
सितंबर
2010 में संयुक्त राष्ट्र संघ के ‘वर्किंग ग्रूप ऑन अरबिट्ररी डिटेन्शन’ के सदस्यों ने
फादर ली को रिहा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि फादर ली को वियेतनाम सरकार ने कानूनी
सलाह लेने से वंचित रखा है और अवैध रूप तरीके से जेल में रखा है।
विदित हो कि
फादर ली को कई पक्षाघात हुए हैं। उनको ब्रेन ट्यूमर है और आधे रूप से वे लकवाग्रस्त हो
गये हैँ।
क्रिश्चियन सोलिडारिटी वर्ल्डवाइड (सीएस डब्लयू) के अध्यक्ष ऐँन्ड्रू
जोनसन ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है और वियेतनाम सरकार से अपील की है कि वे फादर
को उचित चिकित्सा सुविधा और सुरक्षा प्रदान करें।
मालूम हो कि वर्ष 2013 के अक्तूबर
माह में नोबेल पुरस्कारों की घोषणी की जायेगी।