रोम, 9 फरवरी, 2013 (वीआर, अंग्रेज़ी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा कि नीतियों
का आधार हो - मानव के ह्रदय में लिखा नियम और मानव कल्याण के लिये सुसमाचार के मूल्य।
संत
पापा के उक्त संदेश को वाटिकन के सेक्रटरी ऑफ स्टेट कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने उस
समय पढ़कर सुनाया जब फ्रांस और जर्मनी के बीच हुई एलसी समझौते की पचासवीं जयन्ती मनायी
गयी।
विदित हो पचास वर्ष पहले 22 जनवरी, 1963 ईस्वी में फ्रांस के नेता चार्ल्स
डे गौले और जर्मनी के नेता कोर्नार्ड अदेनाउर ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था।
पचास
वर्षीय जुबिली समारोह की विषय वस्तु थी ‘यूरोप की सेवा में पचास वर्षीय फ्रांस-जर्मनी
मित्रता : यूरोपीय यूनियन अन्य मेल-मिलापों का आदर्श।
इस अवसर पर बोलते हुए वाटिकन
अन्तराष्ट्रीय संबंधों के सचिव महाधर्माध्यक्ष दोमिनिके मम्बेरती ने कहा कि शांति, संकटों
की अनुपस्थिति नहीं लेकिन है प्रतिदिन का समर्पण जो प्रत्येक व्यक्ति के दिल में तैयार
होता है।
संत पापा के संदेश को लोगों को सुनाते हुए कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने
ने कहा कि फ्रांस और जर्मन दोनों राष्ट्र यूरोप और विश्व में शांति के लिये कार्य करें
और यह समर्पण लगातार जारी रहे।