वाटिकन सिटीः आसिया बीबी की रिहाई हेतु कार्डिनल ने पाकिस्तान से किया आग्रह
वाटिकन सिटी, 08 फरवरी सन् 2013 (ऊका समाचार): वाटिकन के वरिष्ठ कार्डिनल तथा कार्डिनल
मण्डल के उपाध्यक्ष कार्डिनल रोजर एतजेगराय ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी
को एक पत्र लिखकर आसिया बीबी की रिहाई का आग्रह किया है। 42 वर्षीय ख्रीस्तीय धर्मानुयायी
आसिया बीबी को पाकिस्तान के विवादास्पद ईश निन्दा कानून के तहत प्राणदण्ड की सज़ा सुनाई
गई है। सन् 2009 से पाँच बच्चों की माँ आसिया बीबी कारावास में बन्द है। आसिया बीबी के
लिये कार्डिनल एतजेगराय ने "क्षमादान के प्रदर्शन" की अपील की है। कार्डिनल महोदय
ने लिखा, "राष्ट्रपति ज़रदारी द्वारा आसिया बीबी को दी गई क्षमा अर्थपूर्ण होगी तथा इससे
इस्लाम एवं ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के बीच वार्ता एवं पुनर्मिलन को बढ़ावा मिलेगा।"
उन्होंने कहा: "मेरे लंबे जीवन के दौरान मैंने सदैव यही प्रयास किया है कि मुसलमानों
एवं ख्रीस्तीयों को एकसाथ मिलकर भाईयों के समान रहने में मदद मिल सके। यह कार्य मैं तब
से करता रहा हूँ जबसे धन्य जॉन पॉल द्वितीय ने असीसी नगर में शांति हेतु ऐतिहासिक सम्मेलन
आयोजित करने का मुझसे आग्रह किया था।" उस अवसर पर सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय के आमंत्रण
पर सम्पूर्ण विश्व के धार्मिक नेता असीसी में एकत्र हुए थे। पत्र का समापन करते
हुए कार्डिनल महोदय ने लिखा, "हम एक दूसरे को अनदेखा नहीं कर सकते हैं या उससे भी बदत्तर,
एक दूसरे से लड़ना जारी नहीं रख सकते।" आसिया बीबी के मामले के बाद पाकिस्तान का
ईश निन्दा कानून अन्तरराष्ट्रीय समुदाय एवं मानवाधिकार समूहों के बीच सुर्खियों में रहा
है। बहुत सी अन्तरराष्ट्रीय हस्तियों ने पाकिस्तान की सरकार से आसिया बीबी को रिहा करने
की अपील की है। इसे पूर्व इटली के विदेश मंत्री जूलियो तेर्सी ने भी इस्लामाबाद स्थित
इताली दूतावास के माध्यम से यह अपील की थी। पाकिस्तान के मानवाधिकार संगठनों एवं
कलीसियाई नेताओं का कहना है कि अल्पसंख्यकों को उत्पीड़ित करने के लिये ईश निन्दा कानून
का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कई बार इस कानून को रद्द किये जाने की भी मांग
की है।