मुम्बईः हिन्दु चरमपंथियों पर प्रतिबन्ध लगाने की कलीसियाई नेताओं ने की मांग
मुम्बई, 05 फरवरी सन् 2013 (ऊका समाचार): भारत के काथलिक नेताओं ने भारत सरकार से मांग
की है कि वह उन हिन्दु चरमपंथी दलों पर प्रतिबन्ध लगाये जो अनेक ख्रीस्तीय विरोधी हमलों
के ज़िम्मेदार हैं। मुम्बई के कैथलिक सैक्यूलर फोरम के अध्यक्ष जोसफ डायस ने सोमवार
को ऊका समाचार को बताया कि उन्होंने केन्द्र के गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे से आग्रह
किया है कि वे सनासन संस्था तथा अभिनव भारत नामक हिन्दु चरमपंथी दलों पर तत्काल प्रतिबन्ध
लगा दें। दोनों ही चरमपंथी दल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ हिन्दु दल से सम्बद्ध हैं।
डायस ने ख्रीस्तीय विरोधी हमलों को हिन्दु चरमपंथ से सम्बन्धित बताकर कहा कि लगभग
हर दिन देश के किसी न किसी क्षेत्र में अल्पसंख्यक ख्रीस्तीय समुदाय पर हमले किये जाते
हैं। उन्होंने कहा कि केवल सन् 2012 में कम से कम 250 ख्रीस्तीय विरोधी हमले हुए
जिनमें नये ख्रीस्तीयों का उत्पीड़न, बलात्कार तथा ख्रीस्तीय पादरियों की हत्या तक शामिल
है। डायस ने कहा कि पहले ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा मध्यप्रदेश एवं उड़ीसा तक ही सीमित
थी जो अब छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक तक फैल गई है। मुम्बई एवं कर्नाटक के
उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति काथलिक धर्मानुयायी माईकिल सलडाना ने भी हिन्दु चरमपंथी
दलों पर प्रतिबन्ध लगाने का समर्थन किया है, तथापि, उन्होंने यह भी कहा कि काथलिक कलीसिया
के वरिष्ठ धर्माधिकारियों की असक्रियता तथा उपेक्षाभाव के कारण हिन्दु चरमपंथी दलों का
हौसला बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यदि कार्डिनल एवं धर्माध्यक्ष मिलकर इन हमलों का
विरोध करें तो ख्रीस्तीय विरोधी आक्रमणों को कम किया जा सकता है।