पुणेः काथलिकों ने किया छेड़छाड़ के आरोपी पुरोहित का बचाव
पुणे, 01 फरवरी सन् 2013 (ऊका समाचार): पुणे के काथलिक नेताओं ने, एक नाबालिग लड़की के
साथ छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार, काथलिक पुरोहित पर हो रही जाँच पर सवाल उठायें हैं।
पुणे में डॉन बॉस्कोज़ हाईस्कूल के उप-प्राचार्य 61 वर्षीय फादर इजीदियुस फालकाओं
को 21 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। एक 14 वर्षीया काथलिक छात्रा ने आरोप लगाया था
कि 2 जनवरी को फादर इजिदियुस ने उसके साथ छेड़छाड़ का प्रयास किया था। फादर के
वकील के अनुसार 11 फरवरी तक फादर इजिदियुस को हिरासत में रहना पड़ेगा। उन्होंने ज़मानत
पर फादर को रिहा करने का आग्रह किया है किन्तु पुलिस उनकी हिरासत को बढ़ाना चाहती है।
पुणे जिले में कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष पीटर डी 'क्रूज़
ने कहा, "हमें लगता है कि फादर को आरोपी ठहराने के लिये, निश्चित रूप से, पुलिस पर राजनैतिक
दबाव डाला जा रहा है।" उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि एक वरिष्ठ
पुलिस अधिकारी ने, राजनीतिक दबाव के तहत, स्थानीय पुलिस से शिकायत में छेड़छाड़ के साथ-साथ
बलात्कार की कोशिश के आरोप को भी जोड़ने के लिये कहा है। पुणे नगर निगम के पूर्व
निर्वाचित परामर्शदाता जॉन रॉक पॉल ने कहा कि जब फादर को गिरफ्तार किया गया था तब हिन्दु
युवा कार्यकर्त्ताओं ने स्कूल में तोड़ फोड़ मचाई थी तथा फादर को उनके पद से हटाये जाने
का मांग की थी। उन्होंने बताया कि उस अवसर पर काथलिक तथा हिन्दु युवाओं के बीच हुई हाथापाई
में पुलिस ने हिन्दुओं पर केवल घुसपैठ का आरोप दर्ज़ किया जबकि काथलिक युवाओं पर दंगा
मचाने का आरोप लगाया गया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है
कि उसी घटना के लिये हिन्दु युवाओं को रात को छोड़ दिया गया जबकि काथलिक युवाओं को दूसरे
दिन ज़मानत के लिये अदालत में पेश होना पड़ा। पुणे में साईलिशियन धर्मसमाजियों के
प्रवक्ता फादर सावियो सिलवेरा ने कहा है कि फादर इजिदियो के खिलाफ आरोप सरासर झूठे हैं
क्योंकि आरोप के अनुसार 02 जनवरी को छेड़छाड़ की कथित घटना हुई थी किन्तु स्कूल रजिस्टर
के अनुसार उस दिन लड़की स्कूल नहीं आई थी।