2013-01-30 11:43:27

वाटिकन सिटीः वाटिकन ने किया विश्व रोगी दिवस के लिये सन्त पापा का सन्देश प्रकाशित


वाटिकन सिटी, 30 जनवरी सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन प्रेस कार्यालय ने मंगलवार को 21 वें विश्व रोगी दिवस के लिये सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के सन्देश की प्रकाशना कर दी।
कलीसिया द्वारा घोषित विश्व रोगी दिवस प्रतिवर्ष 11 फरवरी को लूर्द की रानी माँ मरियम के पर्व के दिन मनाया जाता है। इस वर्ष यह जर्मनी के आलट्योटिंग शहर के मरियम तीर्थ पर मनाया जा रहा है। सन्त पापा के सन्देश का शीर्षक सन्त लूकस रचित सुसमाचार में निहित भले समारी के दृष्टान्त से लिया गया वाक्य हैः "जाओ और तुम भी ऐसा ही करो"।
वाटिकन स्थित स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं की प्रेरिताई हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष ज़ीगमुण्ड ज़ीमोव्स्की ने मंगलवार को पत्रकारों के समक्ष सन्त पापा के उक्त सन्देश की प्रस्तावना की।
महाधर्माध्यक्ष ज़ीमोव्स्की ने समझाया कि विश्व रोगी दिवस "जीवन, स्वास्थ्य एवं पीड़ा" से सम्बन्धित समस्याओं पर चिन्तन का महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि सन्त पापा इस तथ्य पर बल देते हैं कि प्रार्थना, सहभागिता तथा कलीसिया के कल्याण हेतु पीड़ा को अर्पित करना विश्व रोगी दिवस की विशिष्टता होनी चाहिये। इसके अतिरिक्त, अपनी बुलाहट के अनुकूल सेवाकार्यों से इसे परिपूरित रहना चाहिये ताकि प्रत्येक ख्रीस्तीय धर्मानुयायी रोगी में अपने भाई और बहन को देखे तथा प्रभु येसु का दर्शन करे जिन्होंने दुख भोगा, क्रूस पर मरे तथा मुर्दों में से पुनः जी उठ कर मानवाजाति का उद्धार किया।
सन्देश के शीर्षक को स्पष्ट करते हुए महाधर्माध्यक्ष महोदय ने कहा कि सन्त पापा का सन्देश भले समारी का उदाहरण ग्रहण करने हेतु हमारे समक्ष चुनौती प्रस्तुत करता है। जिस प्रकार भला समारी निःस्वार्थ भाव से पीड़ित व्यक्ति की सेवा और देखभाल करता है उसी प्रकार सभी ख्रीस्तानुयायियों को आमंत्रित किया जाता है कि वे रोगियों एवं ज़रूरतमन्दों की देखभाल द्वारा जीवन रक्षा के प्रति समर्पित रहें।









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