वाटिकन सिटी, 19 जनवरी, 2013 (लोसेरवातोरे रोमानो) वाटिकन सिटी स्टेट के सचिव कार्डिनल
बेरतोने ने कहा कि ‘नुनसियो’ या राजदूत बनना काथलिक कलीसिया के किसी भी अन्य कार्य के
समान एक रूटिन नहीं पर एक विशेष मिशन है।
कार्डिनल बेरतोने ने उक्त बात उस समय
कही जब उन्होंने रोम के पियात्सा देल्ला मिनेरवा में अवस्थित ‘पोन्तिफिकल एकलेसियास्टिकल
अकादेमी’ के विद्यार्थियों को वृहस्पतिवार 17 जनवरी को संबोधित किया।
ज्ञात हो,
पोन्तिफिकल एकलेसियास्टिकल अकाडेमी काथलिक कलीसिया का एक ऐसा संस्थान है जहाँ काथलिक
कलीसिया को सेवा देनेवाले राजदूतों का प्रशिक्षण होता है।
17 जनवरी को यह संस्थान
संत अंतोनी अबोत का त्योहार मनाती है जो इसके संरक्षक संत है। प्रत्येक वर्ष अपने संरक्षक
संत का त्योहार मनाने कई पूर्व विद्यार्थी और राजदूत यहाँ जमा होते हैं।
कार्डिनल
बेरतोने ने कहा कि वाटिकन परमधर्मपीठ का राजदूत होना मात्र एक आदत या औपचारिकताओं को
निभाने का क्रियाक्रम बन सकती है और व्यक्ति इस मिशन की पवित्रता को खो सकता है।
कार्डिनल
ने इस अवसर पर आइवरी कोस्ट में वाटिकन सिटी के राजदूत महाधर्माध्यक्ष अम्ब्रोस मदथा की
याद की जिनकी मृत्यु एक कार दुर्घटना में हो गयी।
इस वार्षिक मिलन समारोह में
कार्डिनल बेरतोने ने वाटिकन के सब राजदूतों का आभार व्यक्त किया और उपस्थित लोगों उनकी
आध्यात्मिक समीपता की याद दिलायी।