प्रेरितिक राजदूतों की संख्या की गिरती स्थिति इटली के
वाटिकन सिटी, 12 जनवरी, 2013 (वीआर, अंग्रेज़ी) वाटिकन परमधर्मपीठ के 99 प्रेरितिक राजदूत
दुनिया के विभिन्न राष्ट्रों में वाटिकन का प्रतिनिधित्व करते हैं उनमें से कई राजदूत
या वाटिकन नुनसियों को एक से अधिक राष्ट्रों के राजदूत के रूप में कार्यभार सौंपा गया
है।
इटली के स्थानीय समाचारपत्र ‘अभ्भेनिरे’ में प्रकाशित जानकारी के अनुसार
99 राजदूतों में 48 इटली निवासी हैं जो कि पहले के वर्षों की तुलना में कम है।
मालूम
हो कि सन् 1961 ईस्वी में कुल 58 राजदूतों में 48 नुन्सियो इटली के थे अर्थात् कुल राजदूतों
का 81 प्रतिशत भाग इटली से था। सन् 1978 ईस्वी में 75 राजदूतों में से 55 इटली के अर्थात्
इसमें इटली का योगदान 73 प्रतिशत था।
यह भी ज्ञात हो कि पिछली बार संत पापा ने
पहली बार 41 प्रेरितिक राजदूतों की नियुक्ति की जनमें सिर्फ़ 15 राजदूत अर्थात् 37 प्रतिशत
इटली से थे।
वाटिकन परमधर्मपीठ के राजदूतों में हालाँकि इटली के राजदूतों की
संख्या में कमी देखी जा रही है फिर भी विश्व में कलीसियाई और राजनीतिक दृष्टिकोणों से
महत्वपूर्ण राष्ट्रों, जैसे - फ्राँस, स्पेन, ग्रेट ब्रिटेन, पोलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका,
ब्राजील और इटली में अभी भी इताली राजदूतों का वर्चस्व है।
समाचारपत्र की जानकारी
के अनुसार उन महादेशों में जिन्होंने वाटिकन परमधर्मपीठ का प्रतिनिधित्व करने के लिये
योगदान दिया है उनमें यूरोप से 26, एशिया से 12, उत्तरी अमेरिका से 7, अफ्रीका से 5 और
हिस्पानिक अमेरिका से 2 है।
कुछ देशों में प्रेरितिक राजदूतों का स्थान खाली
हो गया है जिनमें आइवरी कोस्ट, एल साल्वाडोर, मोल्टा, केन्या और युगाँडा शामिल हैं। अगले
कुछ महीनों के बाद बुल्गेरिया के प्रेरितिक राजदूत भी सेवानिवृत्त हो जायेंगे।
बताया
गया कि ईरान में वाटिकन प्रेरितिक राजदूत का पद खाली हो जायेगा क्योंकि वहाँ के राजदूत
महाधर्माध्यक्ष जाँन पौल गोबेल मिश्र के राजदूत बनाये जा चुके हैं।