वाटिकन सिटी, 10 जनवरी, 2013 (वीआर, अंग्रेज़ी) वाटिकन में नियुक्त राजनयिक कोर के सदस्यों
को संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें के परंपरागत संदेश पर विचार व्यक्त करते हुए ताईवान के
लिये चीन गणराज्य के प्रतिनिधि लैरी वांग ने कहा कि संत पापा के संदेश 46वें विश्व शांति
दिवस के संदेश पर बल देते हुए उसका विस्तार करते हैं।
उन्होंने कहा कि संत पापा
के राजदूतों को दिये गये संदेश के पहले भाग में विश्व के विभिन्न संघर्षों और युद्धों
के बारे में अपनी चिन्ता व्यक्त किया है विशेष करके मध्यपूर्वी राष्ट्र और अफ्रीका में
जहाँ ईसाई अपने मूलभूत अधिकारों से वंचित किये गये हैं और उन पर हो रहे आक्रमण के कारण
वे पलायन करने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि ताईवान में ऐसी स्थिति नहीं है। वहाँ
पर लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार प्राप्त है।
ताईवान के राजदूत वाँग
ने कहा कि हाल ही में वाटिकन परमधर्मपीठ और ताईवान के बीच एक समझौता हुआ है जिसके तहत्
ताईवान काथलिक युनिवर्सिटियों से प्राप्त डिग्रियों और डिप्लोमा को मान्यता देगी।
इसके
साथ ताईवान सरकार द्वारा दिये गये डिप्लोमा और डिग्री को काथलिक युनिवर्सिटी भी पूरी
मान्यता प्रदान करेंगे।
उन्होंने इस बात के लिये संतुष्टि व्यक्त की कि ताईवान
और वाटिकन के बीच शिक्षा की डिग्री के संबंध में समझौता हो जाने से ईसाई मूल्यों को ऐसे
विभागों में प्रस्तुत किया जा सकता है जो गैर-ईशास्त्रीय हैं।