येरूसालेम में सम्पति संबंधी समस्या का समाधान शीघ्र
वाटिकन सिटी, 10 जनवरी, 2013 (वीआर, अंग्रेजी) इस्राएल के लिये वाटिकन परमधर्मपीठ (होली
सी) के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष जूसेप्पे लन्सारोत्तो ने कहा है कि येरूसालेम
में काथलिकों की सम्पति और कर संबंधी मामलों के बारे चल रहे वार्ता से जल्द ही कोई संतोषजनक
हल निकल आयेगा।
उक्त बात महाधर्माध्यक्ष जूसेप्पे ने उस समय कही जब उन्होंने
वाटिकन रेडियो में दिये एक साक्षात्कार में येरूसालेम में काथलिकों संस्थाओं की स्थिति
के बारे में अपने विचार दिये।
उन्होंने कहा कि हाल में यूरोप और उत्तरी अमेरिका
के धर्माध्यक्षों के एक विशिष्ट दल के येरूसालेम दौरे के बाद आशा की जा रही है कि समस्या
का सौहार्दपूर्ण समाधान निकल आयेगा।
विदित हो कि धर्माध्यक्ष लन्सारोत्तो को इस्राएल
में अपोस्तोलिक नून्सियो की ज़िम्मेदारी संभाले मात्र एक साल गुजरे हैं पर उन्होंने मध्य
पूर्वी राष्ट्रों में 30 साल पूर्व अपनी सेवायें दी थी।
प्रेरितिक राजदूत ने इस
बात के लिये खेद प्रकट किया कि तीन दशकों में जो प्रगतियाँ हुई हैं उससे शांति और वार्ता
के मार्ग भी अवरुद्ध हुए हैं।
उन्होंने कहा कि दीवार खड़ा करके इस्राएल ने न
केवल क्षेत्र को दो भागों में बाँटा पर आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से ही इसका विभाजन हो
गया।
महाधर्माध्यक्ष का कहना है कि हिंसा और टकराव से किसी भी समस्या का समाधान
संभव नहीं है इसके ठीक विपरीत ये और अधिक समस्यायें पैदा करते हैं।
वाटिकन
राजदूत ने आशा व्यक्त की है कि विश्व के कोने-कोने से लोगों के तीर्थयात्री रूप में येरूसालेम
आने और धर्माध्यक्षों के विशेष दल के येरूसालेम दौरे का सकारात्मक परिणाम सामने आयेगा।