वाटिकन सिटीः अमीरों एवं ग़रीबों के बीच गहराती खाई पर सन्त पापा ने व्यक्त की चिन्ता
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 08 जनवरी सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने, सोमवार
को विश्व के नेताओं से आग्रह किया कि वे अमीरों एवं ग़रीबों के बीच गहराती खाई को कम
करने का प्रयास करें। सोमवार को, वाटिकन में, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने परमधर्मपीठ
से संलग्न विश्व के राजनयिकों का साक्षात्कार कर उन्हें अपना सन्देश दिया। ग़ौरतलब
है कि विश्व के 179 राष्ट्रों के साथ वाटिकन के कूटनैतिक सम्बन्ध हैं। विश्व में
आई आर्थिक मन्दी से प्रभावित निर्धन वर्ग के प्रति सन्त पापा ने उत्कंठा व्यक्त की। विशेष
रूप से, यूरोप में हाल के वर्षों में कमज़ोर पड़ती अर्थव्यवस्था पर उन्होंने चिन्ता व्यक्त
की और यूरोपीय संघ का आह्वान किया कि वह सम्पूर्ण महाद्वीप के विकास के लिये "दूरदर्शी"
नीतियाँ बनाये। सन्त पापा ने कहा कि अकेले रहकर कुछेक राष्ट्र तरक्की कर सकते हैं
किन्तु यूरोप के सभी देशों के लिये विकास का लक्ष्य प्राप्त किया जाना अनिवार्य है। सन्त
पापा ने कहा कि विश्व के नेता केवल बॉण्ड अथवा ऋण पत्रों के परिणामों तथा ब्याज दर जैसे
तत्वों पर ही ध्यान केन्द्रित न करें जो अमीरों को और अधिक धनवान तथा ग़रीबों को और अधिक
निर्धन बनाते हैं बल्कि काथलिक कलीसिया की सामाजिक शिक्षा के अनुकूल ज़रूरतमन्दों पर
विशेष ध्यान दें। सन्त पापा ने कहा, "वित्तीय संकट इसलिये जड़ पकड़ सका क्योंकि प्रायः
श्रमबल का शोषण कर लाभ अर्जित करने पर ध्यान दिया गया। साथ ही आर्थिक संकट का कारण यह
भी है कि यथार्थ अर्थनीतियों पर ध्यान देने के बजाय अर्थव्यवस्था के वित्तीय क्षेत्रों
में अन्धाधुन्ध व्यय किया गया"। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे "अल्पकालिक
लाभ" अर्जित करने के लिये जनकल्याण को दरकिनार न करें।