‘प्रभु प्रकाश’ का पर्व येसु की विश्वव्यापकता का चिह्न
वाटिकन सिटी, 7 जनवरी, 2013 (सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने प्रभु प्रकाश के पर्व
दिवस पर रोम के संत पेत्रुस गिरजाघर 6 अक्तूबर को आयोजित यूखरिस्तीय बलिदान में प्रवचन
देते हुए कहा कि ‘एपीफनी’ या ‘प्रभु प्रकाश का पर्व’ यह दिखाता है कि प्रभु येसु दुनिया
की ज्योति हैं जो दुनिया के सब लोगों का पथप्रदर्शन करते हैं।
संत पापा ने कहा,
"माता मरिया का विश्वास कलीसिया अर्थात् नये विधान के विश्वासियों का प्रथम फल और विश्वास
का आदर्श है। उन्होंने कहा कि कलीसिया आरंभ से ही विश्वव्यापी रही है जिसका उदाहरण हम
तीन मजूषियों में देखते हैं जिन्होंने चमकीले तारा का अनुसरण करते और पवित्र धर्मग्रंथ
की बातों के अनुसार बेतलेहेम आये और येसु के दर्शन किया।"
संत पापा ने कहा कि
ख्रीस्तमस कुँवारी मरियम, जोसेफ. और चरवाहों के विश्वास को दिखाता है तो दूसरी ओर प्रभु
प्रकाश का पर्व तीन ज्ञानियों के विश्वास को दिखाता है जो यहूदियों के राजा का दण्डवत
करने पूर्व से आये थे।
उन्होंने कहा, "कुँवारी मरिया इस्राएल की ‘डाली’ जहाँ
से मसीहा उत्पन्न होंगे।"
तीन ज्ञानी दुनिया के लोगों, सभ्यताओं, संस्कृतियों
और धर्मों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो ईश्वर को खोज रहे हैं अर्थात् जो शांति, न्याय,
सत्य और स्वतंत्रता को पाना चाहते हैं।
माता मरिया ऐसे लोगों की प्रतीक है जो
ईश्वर पर विश्वास करते हैं। लोग विश्वास करते हैं कि ईश्वर ने हमारे पूर्वजों को खुद
को प्रकट किया था। माता मरिया ‘इस्राएल की केन्द्र बिन्दु’ है। उसका विश्वास अब्राहम
के विश्वास के समान है क्योंकि ईश्वर ने जो प्रतिज्ञा की थी वह उनके द्वारा प्रभु येसु
में पूर्ण हुई।
संत पापा ने कहा, "येसु मसीह की ज्योति इतनी प्रखर है कि वह
लोगों को धर्मग्रंथ को पूरी तरह समझने में इस तरह से मदद देती कि जो भी तीन पंडितों की
तरह खुले मन से सत्य को खोजेंगे वे उन्हें पहचान पायेंगे और दुनिया के मसीहा पा सकेंगे।"
संत पापा ने इस अवसर पर तीन पुरोहितों को धर्माध्यक्ष नियुक्त किया जिसमें अंजेलो
विन्चेन्सो जानी, फोर्तुनातुस वाकुकु औऱ जोर्ज गनसवेन शामिल हैं।
संत पापा ने
कहा कि नये धर्माध्यक्ष, प्रेरितों के उत्तराधिकारी है उनमें लोग ईश्वर की झलक पा सकते
हैं।