न्यूयॉर्क, 7 जनवरी, 2012 (सीएनए) टाईम पत्रिका ने इस बात की जानकारी दी है कि जीवन
समर्थकों को कानूनी सफलता, जनमत परिवर्तन और आजन्म शिशुओं को अल्टरा साउन्ड तकनीकि द्वारा
देखने के द्वारा "गर्भपात लड़ाई" पर विजय कर रहे हैं।
उक्त बात की जानकारी देते
हुए जीवन समर्थक काति पिकेर्त ने कहा कि टाईम मैंगजीन के वेबपेज़ में 3 जनवरी को इस बात
को प्रकाशित किया गया है कि जीवन समर्थकों को गर्भपात लड़ाई में विजय प्राप्त हुई है
क्योंकि उन्होंने एक व्यवस्थित एवं अच्छे तरीके से लागू की गयी रणनीति के तहत् कार्य
किया है। इसलिये जनमत अब लगातार जीवन समर्थकों की ओर बढ़ा है।
उन्होंने कहा
कि अब अमेरिका के कई राज्यों में गर्भपात कराना आसान नहीं है जो 40 वर्ष पहले आसान था।
उनका कहना है कि अब चिकित्सक गर्भपात करने को राजी नहीं होते और इसलिये गर्भपात
कराने वालों की संख्या में भारी कमी देखी गयी है। सन् 1982 में गर्भपात कराने वालों की
संख्या 2,908 थी जो सन् 2008 में घटकर 1,793 हो गयी।
उन्होंने बतलाया कि पहले
गर्भपात अस्पतालों में खुले तौर पर होता था पर अब सिर्फ विशेष क्लिनिकों में संभव हो
पायेगा।
पिकेर्ट ने बतलाया कि जीवन समर्थकों को इसलिये भी कानूनी विजय हासिल
हुई है क्योंकि ऐसी महिलायें जो गर्भपात कराना चाहती हैं उन्हें सलाह लेना, अल्टरा साउन्ड
कराना, नाबालिगों के लिये अभिभावकों का होना एक कानूनी ज़रूरत है।
सन् 2011 में
इस जीवन समर्थकों को इस बात की सफलता प्राप्त हुई कि 24 राज्यों ने इस विधेयक को मंजूरी
दी की वे गर्भपात संबंधी नियमों को पालन करेंगे। उन्होंने एक सर्वे की जानकारी देते
हुए बतलाया कि 75 प्रतिशत अमेरिकी इस बात पर विश्वास करते हैं कि गर्भपात को कानूनी बनाया
जाये और इसका नियंत्रण राज्य करे।