वाटिकन सिटी, 5 जनवरी, 2012 (वीआर, अंग्रेज़ी) सीरिया के हस्साके निसीबिस के काथलिक
महाधर्माध्यक्ष जाक बेहनान हिन्दो संयुक्त राष्ट्र संघ के खाद्य और कृषि संबंधी संगठन
और ईराकी प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी से अपील की है कि वे जज़ीरा क्षेत्र के शरणार्थियों
को तुरन्त मानवतावादी सहायता दें।
उन्होंने बतलाया की जज़ीरा क्षेत्र की आबादी
शरणार्थियों के कारण डेढ़ मिलियन से बढ़कर 2 मिलियन हो गयी। चर्च ने सरकार को इसकी जानकारी
देते हुए कहा है कि अबतक जो भी सहायता मुहैया कराया गया है वह काफ़ी नहीं है।
महाधर्माध्यक्ष
ने शरणार्थी समस्या की ओर लोगों का ध्यान खींचते हुए कहा कि लोगों के लिये आवश्यक खाद्य
वस्तुयें की आपूर्ति काफी नहीं है क्योंकि सीरिया के ऊपरी मेसोपोटेमिया से आने वाली वस्तुओं
को लूट लिया जा रहा है और लोगों की हालत बिगड़ती जा रही है।
मालूम हो कि सीरिया
में लगातार हिंसा जारी रहने के कारण लोग सीरिया से पलायन कर रहे हैं। सीरिया के अधिकतर
शरणार्थी होर्न्स, दमस्कुस अल्लेपे और देइर एज़्जोर क्षेत्र में शरण लिये हुए हैं।
शरणार्थी
कैम्पों में गैस की सुविधा के अभाव में लोग अपने घरों को गर्म नहीं कर पा रहे हैं, दवाइयाँ
घटती जा रही हैं और स्थानीय लोग अपने खेतों में बीज नहीं बो पा रहे हैं।
फीदेस
ने इस बात की जानकारी दी है कि महाधर्माध्यक्ष हिन्दो ने ईराक के प्रधानमंत्री नूरी अल
मलिकी से अपील की है कि वे 600 गैस टैंक और खाद्य सामग्री उपलब्ध करायें।