लंदन, 5 जनवरी, 2013 (बीबीसी) पाकिस्तान की स्वात घाटी में तालिबान हमले में घायल होने
के बाद ब्रिटेन के अस्पताल में भर्ती महिला शिक्षा के लिए आवाज बुलंद करने वाली मलाला
युसूफजई को आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
उनका इलाज कर रहे बर्मिंघम स्थित
क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि 15 वर्षीय मलाला फिलहाल ब्रिटेन
में अपने परिवार के अस्थाई निवास में ही रहेंगी और कुछ सप्ताह बाद उनकी एक बड़ी ‘री-कंस्ट्रक्टिव
सर्जरी’ होगी।
विदित हो कि मलाला को तालिबान में पिछले वर्ष नौ अक्तूबर को स्वात
घाटी में गोली मार दी गयी थी । घायल होने के बाद कुछ दिनों तक उनका इलाज रावलपिंडी के
सैन्य अस्पताल में चला उसके बाद बेहतर इलाज के लिए 15 अक्तूबर को उन्हें क्वीन एलिजाबेथ
अस्पताल लाया गया। गोली उनकी बायीं आंख के ठीक उपर लगी है।
अस्पताल ने एक बयान
में कहा है, ‘‘मलाला युसूफजई को कल क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है । वे
फिलहाल वेस्ट मिडलैंड्स में अपने अस्थाई घर में रहेंगी ।’’ बयान में कहा गया है, "वे
इतनी स्वस्थ हैं कि अस्पताल अगले कुछ सप्ताह तक उनका बर्हिरंग रोगी की तरह इलाज कर सकता
है।"
उन्हें जनवरी के अंत में या फिर फरवरी की शुरूआत में एक बड़ी ‘री-कंस्ट्रक्टिव
सर्जरी’ के लिए फिर से अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। यह ऑपरेशन उनके सिर में लगी गोली
से बिगड़े चेहरे और खोपड़ी के आकार को सुधारने के लिए होगा । इस बीच मलाला अपने घर में
रहते हुए लगातार डॉक्टरों से मिलने अस्पताल आती रहेंगी । हमारी चिकित्सा टीम लगातार
उनके घर पर भी उनकी देखभाल करती रहेगी।’’ बयान में यह भी कहा गया है कि मलाला पिछले कुछ
सप्ताहों में लगातार कुछ वक्त के लिए अपने घर छुट्टियां मनाने और अपने पिता जिआउद्दीन
युसूफजई, मां तूरपेकाई और छोटे भाइयों खुशाल तथा अतुल के साथ समय व्यतीत करने जाती रही
हैं ।
मालूम हो कि मलाला के पिता जिआउद्दीन युसूफजई को पाकिस्तान सरकार ने अपने
बर्मिंघम स्थित मिशन में तीन वर्ष के लिए शिक्षा अटैची की नौकरी दी है। उनके कार्यकाल
को और दो वषर्दो के लिए बढाया जा सकता है।