नई दिल्ली, 5 जनवरी, 2013 (वीआर, अंग्रज़ी) भारतीय ईसाइयों ने माँग की है कि साउदी अरेबिया
में धर्म के मूल्य को मानव के स्वसिद्धि के अधिकार रूप में मान्यता दिया जाये। भारत के
ब्रायन ओ’ कोन्नोर ने एशियान्यूज़ के माध्यम से यह अपील की है कि साउदी अरेबिया में रहने
वाले हिन्दु, ईसाइयों और अन्य ग़ैर मुसलमानों को बिना भेदभाव के पूजा-आराधना की स्वतंत्रता
दीजाये।
मालूम हो कि ओ कोन्नोर को एक ख्रीस्तीय है जिन्हें सन् 2004 में साउदी
अरेबिया की सरका ने धर्मप्रचार के आरोप में जेल में बन्द कर दिया था। उन्हें सीकड़ों
से बाँध कर यातनायें दी गयीथी और सात महीन सात दिनों तक सताया गया था।
उन्होंने
बतलाया कि साउदी अरेबिया में ग़ैर मुसलमानों को धर्म की स्वतंत्रता तो नहीं ही है मुत्तावा
नामक धार्मिक पुलिसों की बर्बरता का भी सामना करना पड़ता है जो ईसाइयों और हिन्दुओं को
बेवज़ह परेशान करते रहते हैं।
मालूम हो कि सेन्टर फॉर डेवलॉपमेंट स्टडीस द्वारा
अगले सप्ताह जारी की जाने वाली सन् 2013 की प्रवास संबंधी रिपोर्ट के अनुसार साऊदी अरब
अब भी लाखों लोगों के लिये रोजग़ार देनेवाला देश बना हुआ है। सन् 2011 में 2 लाख 89 हज़ार
297 भारतीय रोज़गार के लिये साऊदी अरब पहुँचे थे।