वाटिकन सिटी, 31 दिसंबर, 2012 (वीआर, अंग्रेज़ी) वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक जेस्विट
फादर फेदेरिको लोमबारदी ने कहा कि संत पापा द्वारा दिये गये शांति संदेश में चीन के नये
नेताओं को दिये शुभकामना संदेश जोड़ देना इस बात का परिचायक है संत पापा दुनिया में होने
वाली घटनाओं के प्रति जागरुक हैं।
वाटिकन प्रवक्ता ने उक्त बात उस समय कहीं जब
उन्होंने वाटिकन टेलेविज़न चैनल के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘ऑक्तावा दियेस’ में संत पापा
के शांति संदेश पर अपने चिन्तन प्रस्तुत किये।
फादर लोम्बारदी ने कहा कि 30 दिसंबर
को मनाये जाने वाले विश्व शांति दिवस पर संत पापा ने अपने संदेश देते हुए उन राष्ट्रों
की चर्चा की जहाँ शांति व्यवस्था लाने की सख़्त ज़रूरत है जिनमें सीरिया का नाम सबसे
ऊपर था जहाँ हिंसा अब भी जारी है।
संत पापा ने चीन गणराज्य में चुने गये नये
नेता ओं को अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि नये नेता सिर्फ़ सत्ता पर ध्यान न दें पर
शांति और सहयोग के लिये प्रयासरत रहें ताकि मानव और पूरे विश्व को इसका लाभ मिल सके।
संत पापा ने कहा कि भ्रातृपूर्ण समाज के निर्माण के लिये धार्मिक स्वतंत्रता
अति महत्वपूर्ण है। फादर लोमबारदी ने इस बात पर बल दिया कि संत पापा धार्मिक स्वतंत्रता
के बारे में बोलते हुए न कभी हिचकते न ही थकते हैं।
संत पापा ने कहा कि धर्मों
को कभी भी संशय की दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिये न इसे समाज को तोड़ने वाला और बाहरी
हस्तक्षेप रूप में भी नहीं देखा जाना चाहिये। धर्म एक सकारात्मक आध्यात्मिक ताकत है जो
सार्वजनिक हित के लिये योगदान के लिये तत्पर है।
फादर लोमबारदी ने कहा कि रोम
ने चीन की काथलिक कलीसिया को इसी दृष्टि से देखा है और संत पापा के संदेश इसी बात को
दुहराना चाहते हैं। संत पापा ने कहा है कि शांति के राजा सबों के लिये दुनिया में
आये। यदि हम शांति की खोज कर रहे हैं तो अनुजों को बड़ों का भय न हो। परन्तु अगर हम शांति
की खोज नहीं कर रहे हैं तो निश्वय ही छोटे बड़ों से भयभीत होंगे।