संयुक्त राष्ट्र संघ की कुछ उभरती शक्तियों में भारत और चीन भी
न्यूयॉर्क सिटी, 31 दिसंबर, 2012 (एशियान्यूज़) भारत चीन, ब्राजील और कुछ अन्य आर्थिक
रूप से उभरती शक्तियों ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भी अपनी आर्थिक शक्ति का परिचय दिया।
संयुक्त राष्ट्र संघ की जेनलल असेम्बली में प्रस्तुत 2012-13 के बजट में इन राष्ट्रों
ने 5 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दिखलायी और इस 5.4 अरब डॉलर पर स्थापित किया। उधर ग्रेट
ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और जापान जैसे विकसित देशों ने विश्व में आर्थिक मंदी के बोझ
के कारण अपने योगदान कम कर दिये हैं। ज्ञात हो कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने जीडीपी
के आधार पर प्रत्येक यूएन सदस्य के लिये योगदान की राशि की गयी थी। नये दर के अनुसार
चीन अब संयुक्त राष्ट्र संघ के लिये 61 प्रतिशत ज़्यादा अर्थात 3.2 फीसदी से बढ़कर 5.1
प्रतिशत योगदान देगा। इस तरह से चीन, अब कनाडा और इटली से ज़्यादा योगदान देगा और
अब वह यूएन का छटवाँ सबसे अधिक योगदान देनेवाला राष्ट्र बन गया है। उधर भार अब 24
प्रतिशत अधिक अर्थात् 0.5 से 0.66 प्रतिशत का योगदान करेगा। ब्राजील 82 प्रतिशत अधिक
योगदान देगा और रूस 52 प्रतिशत ज्यादा जमा करेगा। समाचार में यह भी कहा गया है कि
बजट के कुल 566.46 मिलियन डॉलर से 33 विशेष मिशन पूरा किया जा सकेगा जिससे सीरिया, येमन,
लीबिया, सुडान अफगनिस्तान और ईराक शामिल है।