पाकिस्तान में सन 2012 में अल्पसंख्यकों के 9 प्रार्थना स्थलों पर हमले
पाकिस्तान 28 दिसम्बर 2012 (फीदेस) पाकिस्तान के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की न्याय
और शांति आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार सन 2012 में नौ प्रार्थना स्थलों को क्षतिग्रस्त
किया गया या उन्हें ध्वस्त कर दिया गया। फीदेस समाचार सेवा को भेजी गयी एक रिपोर्ट में
बताया गया कि सन 2012 में पाकिस्तान में पाँच गिरजाघरों, तीन हिन्दु मंदिरों तथा अहमदी
समुदाय के एक मस्जिद पर हमले किये गये। पिछले चार वर्षों में अल्पसंख्यक समुदायों के
कुल 27 प्रार्थनास्थलों पर हमले कर उनका अपवित्रीकरण किया गया। फीदेस समाचार सेवा
के अनुसार प्रार्थना स्थलों को बलात अपने कब्जे में लेने के मामले तथा प्रार्थनास्थलों
के निर्माण में संलग्न लोगों की हत्या के मामले भी हुए हैं। सन 2012 के अधिकांश मामलों
में अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा वारदातों को अंजाम दिया गया है जबकि पंजाब प्रांत में
अहमदी समुदाय के मस्जिद को ध्वस्त करने में पंजाब पुलिस पर दोषारोपण किया गया था। वकीलों
का हवाला देते हुए फीदेस समाचार सेवा ने लिखा कि अस्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने
में कमजोर प्रशासन तथा राजनैतिक इच्छा शक्ति की कमी के कारण घटनाएँ होती रही हैं। न्याय
और शांति आयोग के अधिकारियों ने विशेष कानून अपनाने का आग्रह किया है जो महिलाओं की रक्षा
के लिए विद्यमान कानून के सदृश हो तथा हिंसक कृत्यों से अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा
करे।