मलेशिया ने होली लैंड की तीर्थयात्रा के इच्छुक ईसाईयों की संख्या संबंधी पाबंदी को हटाया
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कुआलालामपुर 20 दिसम्बर 2012 (एशिया न्यूज) मलेशिया के अधिकारियों ने इस्राएल और होली
लैंड की यात्रा करने के इच्छुक ईसाईयों की संख्या निर्धारण संबंधी पाबंदी को हटा लिया
है। बताया गया है कि इस मामले में निर्णय हालांकि नवम्बर माह में ही ले लिया गया था लेकिन
इसे तब जारी किया गया जब येरूसालेम की यात्रा के लिए जमा किये जानेवाले आवेदनों की संख्या
बढ़ गयी। यह फैसला सरकार और अल्पसंख्यक ईसाईयों के मध्य बहुत समय तक चले वाद विवाद के
बाद आया है। मुसलमान बहुल मलेशिया द्वारा इस्राएल की यात्रा करने पर पाबंदी थी लेकिन
सरकार ने ईसाईयों को ऐतिहासिक शहर की यात्रा करने की अनुमति दी जो कि यहुदियों ईसाईयों
और मुसलमानों के द्वारा पवित्र माना जाता है। क्रिश्चियन फेडेरेशन ओफ मलेशिया सीएफएम
के अनुसार सरकार ने कोटा निर्धारित कर दिया था कि प्रतिवर्ष 700 तीर्थयात्री जा सकते
थे तथा किसी एक चर्च द्वारा केवल 40 व्यक्तियों के समूह को भेज सकता था। प्रधानमंत्री
नाजीब रजाक के कार्यालय से सीएफएम के अध्यक्ष नग मूंग हिंग को 28 नवम्बर को भेजे गये
पत्र में कहा गया कि संख्या का कोटा निर्धारित करने संबंधी सीमा अब लागू नहीं है लेकिन
तीर्थयात्रा की अवधि अधिकतम 21 दिनों तक की हो सकती है। कोटा संबंधी पाबंदी समाप्त
होने पर क्रिसमस की पूर्व संध्या पर लोगों को कुछ मन का चैन मिला है। मलेशिया का एकमात्र
काथलिक वीकली हेराल्ड मलेशिया के पूर्व सम्पादक फादर लौरेंस अंड्रू ने कहा कि हम कृतज्ञ
हैं कि हम पुनः आराधना करने के लिए होली लैंड जा सकते हैं।