वाटिकन सिटी 5 दिसम्बर 2012 (सेदोक, वीआर वर्ल्ड) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वेंन ने बुधवारीय
आमदर्शन समारोह के दौरान अफ्रीका के कांगो गणतंत्र में जारी मानवतावादी संकट पर अपनी
चिंता व्यक्त करते हुए देश में लोगों को सहायता देने की अपील की जहाँ सशस्त्र संघर्ष
और हिंसा होती रही है। उन्होंने कहा कि आबादी का एक बहुत बड़ा भाग जीविका के लिए जरूरी
बुनियादी साधनों की कमी महसूस कर रहा है, हजारों नागरिकों को प्राण बचाने के लिए पलायन
करने को विवश होना पडा है। संत पापा ने समस्या के समाधान के लिए संवाद करने तथा मेलमिलाप
का आह्वान किया तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहा कि लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा
करने के लिए पलब्ध साधनों को पहुँचाने के लिए काम करे। उत्तरी किवू प्रांत की राजधानी
गोमा पर 23 मार्च विद्रोही बल अभियान ने 11 दिनों से कब्जा कर लिया है। क्षेत्र में स्थित
समृद्ध संसाधनों जैसे- सोना टीन टंगस्टन और कोल्टान पर नियंत्रम पाने के लिए गोमा में
विगत दो दशकों से जातीय और राजनैतिक प्रतिस्पर्द्धा के कारण संघर्ष होता रहा है। विद्रोही
बलों, सशस्त्र बलों तथा सरकारी सैनिकों के मध्य निरंतर होते हमलों के कारण पूरा क्षेत्र
सामूहिक हत्याओं, बाल सैनिकों की भर्ती एवं बलात्कार को युद्ध के हथियार रूप में उपयोग
करने के कारण बदनाम रहा है। संयुक्त राष्ट्र संघीय मानवतावादी एजेंसी ओसीएचए के अनुसार
कम से कम एक लाख 30 हजार लोग विस्थापित हुए हैं तथा गोमा शहर के समीप लगभग 15 किलोमीटर
की दूरी पर स्थित विभिन्न शिविरों में रह रहे हैं। इन शिविरों पर भी अज्ञात बंदूकची समूह
हमला करते रहे हैं। हाल के असुरक्षा उत्पन्न करनेवाले संघर्षों के पूर्व भी लगभग 8 लाख
41 हजार लोग विस्थापित हुए थे।