संत पापा ने प्रवासियों व भ्रमणकारी समूह से मुलाक़ात की
वाटिकन सिटी, 3 दिसंबर, 2012 (न्यूज़.वीए) प्रवासियों और भ्रमणकारी समूहों (बंजारों या
जिप्सी) के मेषपालीय कार्यों लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति की पहल पर शनिवार 1 दिसंबर
को विभिन्न मनोरंजनों से जुड़े करीब 7 हज़ार लोगों ने संत पापा से मुलाक़ात की। मुलाक़ात
करने वालों में सर्कस कार्यकर्ता, सड़कों में मनोरंजन करने वाले कलाकार, कठपुतली (पपेट
शॉ) कलाकार, लोक नर्तक मनोरंजन पार्कों के कार्यकर्ता शामिल थे। संत पापा से मुलाक़ात
प्रवासी परमधर्मपीठीय समिति द्वारा मनोरंजन से जुड़े कार्यकर्ताओं के लिये आयोजित दो
दिवसीय तीर्थयात्रा का हिस्सा था। इसके तहत् इस दल ने शुक्रवार 30 नवम्बर को संत पेत्रुस
महागिरजाघर के प्राँगण में यूखरिस्तीय समारोह में हिस्सा लिया। यूखरिस्तीय समारोह
की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष कार्डिनल अंतोनियो मरिया भेलियो ने की। संत पापा ने
मनोरंजन से जुड़े कलाकारों को वाटिकन के पौल षष्टम् सभागार में संबोधित करते हुए कहा,
"आपका परिवार दूसरों से इसलिये भिन्न है क्योंकि आपमें वो क्षमता है जिसके द्वारा आप
अपनी कला के द्वारा लोगों का मनोरंजन करते हैं। आप लोगों को प्रसन्न करते, आन्तरिक शांति
और एक तारतम्यता देते हैं। " संत पापा ने कहा कि आप लोगों को आश्चर्य चकित करते, प्रेरित
करते और उन्हें यह अवसर प्रदार करते कि वे मनोरंजन करें। उन्होंने कहा, "आप इसलिये
बुलाये गये हैं ताकि आप परंपरागत पारिवारिक मूल्यों का साक्ष्य दें, आप परिवार को प्यार
करें, बच्चों की देखभाल करें, अपंगों का ख़्याल रखें, बीमारों और बुजूर्गों की देखभाल
करें और उनके अच्छे अनुभवों से लोगों को बाँटें।" संत पापा ने कलाकारों को प्रोत्साहित
करते हुए कहा, "आप विभिन्न पीढ़ियों के बीच वार्ता का वातावरण बनाये रखें मित्रता के
अर्थ को संजोये रखें और टीमभावना को दूसरों को बतलायें।" उन्होंने कहा, "आपके पेशे
में त्याग और बलिदान, उत्तरदायित्व और अध्यवसाय, साहस और उदारता जैसे गुणों का होना बहुत
ज़रूरी है। आज के समाज में इन गुणों का महत्व कम दिखाई देता है पर आपके इन्हीं गुणों
के कारण परिवार और पीढ़ी टिकी हुई है।" संत पापा ने कहा, "उन्हें मालूम है कि प्रवासियों
की समस्यायें हैं विशेषकर यात्रा करने, बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, कला प्रदर्शन के लिये
उचित स्थान, निवास-अनुमति की समस्यायें आदि। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये समस्यायें
समय पर दूर की जा सकेंगी। उन्होंने कहा कि काथलिक कलीसिया उनके समर्पण की सराहना
करती है। कलीसिया भी एक तीर्थयात्री है और उन्हें आमंत्रित करती है कि अपनी कलाप्रदर्शन
द्वारा दिव्य मिशन के सहभागी बनें। संत पापा ने आशा व्यक्त की कि वे विभिन्न कठिनाइयों
के बावजूद ईश्वर के प्रति खुले और उनसे जुड़े रहें।