2012-11-30 20:21:17

सुखवाद और सापेक्षवाद के बावजूद ईश्वर की आवाज़ सुनें


वाटिकन सिटी, 30 नवम्बर, 2012 (सेदोक, वीआर) संत पापा बेनेदिकत ने धर्माध्यक्षों से परंपरागत मुलाक़ात ‘अद लिमिना विजिट’ के लिये रोम आये फ्रांसीसी धर्माध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि वे उन क्षेत्रों के अधिकारी हैं जहाँ से ख्रीस्तीय विश्वास मजबूत हुए और सराहनीय फल लाया।

संत पापा ने कहा, "फ्रांस की भूमि शहीद पोथिन और ब्लानदिन, ईशशास्त्री इरेनेयुस और विन्सेंट, ख्रीस्तीय आध्यात्मिका के गुरु ब्रुनो बेर्नार्ड और फ्रांसिस डे सेल्स जैसे लोगों से पवित्र हुई है जिन्होंने ईश्वर के राज्य के विस्तार के लिये अथक परिश्रम किया। आप उनके उत्तराधिकारी हैं और इसलिये मेरा विश्वास है कि ये आपको प्रेरित करें।"

संत पापा ने कहा कि जिस सुसमाचार को विभिन्न भाषा और संस्कृतियों के बीच प्रचार करने हमारा दायित्व है उसे संक्षेप में कहा जा सकता है, "ईश्वर मानव का सृष्टिकर्ता हमें अपने पुत्र येसु मसीह के द्वारा अपने प्रेम को प्रकट करता है। ईश्वर प्रेम है और वह चाहता है कि उसकी संतान प्रसन्न रहे।"

पोप ने धर्माध्यक्षों से कहा कि विश्वास के वर्ष में विश्वास के सिद्धांत के लिये बनी समिति ने 6 जनवरी 2012 को दिये गये निर्देशन में कहा है कि विश्वास वर्ष में होने वाला प्रत्येक पहल लोगों को इस बात के लिये प्रोत्साहित करेगा कि वे अपने को नवीकृत करें और अपने विश्वास के साक्ष्य के लिये नये तरीकों को खोजें।

संत पापा ने कहा, "विश्वास का साक्ष्य देने के लिये येसु की प्रार्थना, सोच और मिशन ही हमारे लिये नींव बने।"

नये सुसमाचार के प्रचार को प्रभावकारी बनाने के लिये ख्रीस्तीय समुदायों, पल्लियों और लोकधर्मियों का समर्पण अनिवार्य है। यूरोप और फ्रांस की कलीसिया बुलाहट की गिरती हुई स्थिति को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकती है। फ्रांस की कलीसिया को चाहिये कि वह युवाओं की मदद करें ताकि वे सुखवाद और सापेक्षवाद के वातावरण में भी ईश्वर की आवाज़ सुन सकें।

संत पापा ने कहा, "प्रत्येक काथलिक शैक्षणिक संस्थाओं का दायित्व है कि वह विद्यार्थियों को इस बात के लिये मदद दे कि वह विश्वास का बीज़ रोपें। ख्रीस्तीय मूल्यों की शिक्षा देना देश की संस्कृति के लिये महत्वपूर्ण है ताकि लोगों को आशा और सच्ची स्वतंत्रता मिल सके जो उन्हें उत्साह और रचनात्मक शक्ति प्रदान करेगा।"












All the contents on this site are copyrighted ©.