अफ्रीकी धर्माध्यक्षो ने कांगो में हिंसा की निन्दा की
कांगो 27 नवम्बर 2012 (सीडब्लयूएन) अफ्रीका में धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के अध्यक्षों
ने कारितास संगठनों के स्थानीय धर्माध्यक्षों के साथ अपने सुर मिलाते हुए कागों गणतंत्र
में बड़ रही हिंसा की निन्दा की है। मार्च 23 मूवमेंट नाम से इसी वर्ष स्थापित विद्रोही
समूह खनिज समृद्ध उत्तरी किवू प्रांत पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए सरकारी सेना के
शिलाफ लड़ाई कर रहा है। धर्माध्यक्षों ने कहा कि कांगो के पूर्वी प्रांत में बढ़
रही हिंसा से वे चकित और आक्रोशित हैं जो एक बड़ी मानवीय त्रासदी को जन्म दे रही है।
हजारों स्त्री पुरूष और बच्चे तथा इस युद्ध के शिकार हुए लोग जिन पर संघर्ष थोपा गया
है वे आंतरिक रूप से विस्थापित होकर गोमा और इसके निकटवर्ती स्थलों में विवशता भरी जिन्दगी
जी रहे हैं। वे खराब मौसम, भूख, बलात्कार और हर प्रकार के शोषण तथा बच्चों को सेना में
शामिल किये जाने की स्थिति का सामना कर रहे हैं। यह सब उनकी मानवीय प्रतिष्ठा तथा ईश्वर
की संतान होने की मर्यादा के खिलाफ अपराध है। धर्माध्यक्षों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय
से हस्तक्षेप करने का आह्वान करते हुए कहा है कि हिंसा और विनाश के सूत्रधारों या षडयंत्रकारियों
के खिलाफ न्यायिक कार्यवाही की जाये।