नये कार्डिनल कलीसिया के प्रति वफ़ादार रहकर विश्वास के लिये कार्य करें
वाटिकन सिटी, 24 नवम्बर, 2012 (सेदोक, वीआर) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने 24 नवम्बर
शनिवार को आयोजित कार्डिनल उपाधि ग्रहण समारोह में बोलते हुए कहा कि कलीसिया को जो तथ्य
‘काथलिक’ बनाता है वह है येसु का मुक्ति मिशन में सबों को गले लगाना। येसु का मिशन आरंभ
से ही सार्वभौमिक रहा है। संत पापा ने कहा कि येसु का अनुसरण करने, उनकी मानवता से
आकर्षित होने और ईश्वर के साथ एक होने के द्वारा ही हम ईश्वर के उस राज्य में प्रवेश
करते हैं जो विखराव और विभाजन पर विजय प्राप्त करता है। संत पापा ने कहा कि इसी बात
को ‘डोगमाटिक कोन्स्टिट्यूशन लूमन जेन्सियुम’ में कहा गया है "पूरी मानव जाति ईश्वर की
प्रजा बनने के लिये बुलायी गयी है। इसलिये व्यक्ति का एक और अद्वितीय होने के बावजूद
पूरी दुनिया में फैल जाना है ताकि ईश्वर की योजना पूरी हो सके।" इसलिये यह कहना उचित
होगा कि कलीसिया की विश्वव्यापकता दुनिया को बचाने की ईश्वर की अद्वितीय योजना से आरंभ
होती है। संत पापा ने कहा कि कलीसिया की विश्वव्यापी योजना का आरंभ दुनिया में नहीं
हुआ पर स्वर्ग अर्थात पवित्र आत्मा से इसकी शुरुआत हुई। येसु ने अपने प्रेरितों को
यह कहते हुए दुनिया में भेज, "जाओ और पूरी दुनिया के प्रत्येक प्राणी को ईश्वर का सुसमाचार
सुनाओ।" प्रेरितों के बाद एक ख्रीस्तीय समुदायों या कलीसिया का विकास हुए जो सदा
एक ही और विश्वव्यापी रहा, चाहे वह अंतियोख, रोम या येरूसालेम की कलीसिया रहा हो। और
जब प्रेरितों ने कलीसिया के बारे में बातें की तो उनका संबोधन येसु की कलीसिया की ओर
था न कि किसी ख़ास स्थानीय कलीसिया की ओर। संत पापा ने कहा कि कार्डिनलों की उपस्थिति
इस बात को प्रकट करती है कि काथलिक कलीसिया का चेहरा विश्वव्यापी है। संत पापा ने
कहा कार्डिनल उपाधि ग्रहण समारोह इस लिये भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उपाधि रोम की कलीसिया
द्वारा दी जाती है और इसके द्वारा यह उस आध्यात्मिक एकता को सुदृढ़ करती है जो येसु मसीह
द्वारा लायी गयी। यह सबों को एकता के सूत्र में बाँधकर संत पीटर के उत्तराधिकारी के चारों
ओर जमा करती है। संत पापा ने कार्डिनलों को आमंत्रित करते हुए कहा कि वे पवित्र,
प्रेरितिक और रोमी कलीसिया के प्रति वफ़ादार रहें, ख्रीस्तीय विश्वास को सुदृढ़ लिये
जीवन देने के लिये तत्पर रहें और ईश्वरीय प्रजा के बीच शांति और प्रेम के प्रचारक बनें।