कार्डिनल समारोह में भारत से एक अंतर-कलीसियाई और अंतर-धार्मिक प्रतिनिधिमंडल रहेगा
तिरूवनन्तापुरम 22 नवम्बर 2012 (ऊकान) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें शनिवार 24 नवम्बर को
वाटिकन में आयोजित भव्य समारोह में 6 महाधर्माध्यक्षों को कार्डिनल बनायेंगे। इन 6 नये
कार्डिनलों में भारत के सीरो मलंकारा रीति की कलीसिया के अध्यक्ष 53 वर्षीय महाधर्माध्यक्ष
काथिलिकोस मोरान मार बासिलियोस क्लेमिंस शामिल हैं। वे सबसे युवा कार्डिनल होंगे। भारतीय
प्रतिनिधिमंडल में एक मुसलमान मौलवी, तीन हिन्दु स्वामी, कलीसियाई अधिकारियों सहित लगभग
400 काथलिक होंगे। सीरो मलंकारा रीति की कलीसिया के प्रवक्ता ने तिरूवन्नतापुरमस्थित
चर्च मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि मेजर आर्चविशप क्लेमिंस को कार्डिनल बनाये जाने
के अवसर पर अंतर कलीसियाई टीम तथा केरल से अंतर धार्मिक समूह उक्त समारोह में उपस्थित
रहेगा। अंतर कलीसियाई समूह में दो काथलिक महाधर्माध्यक्ष तथा अन्य कलीसियाओं के चार धर्माध्यक्ष
एवं अंतर धार्मिक प्रतिनिधिमंडल में एक मौलवी तथा तीन स्वामी होंगे। राज्य सभा के उपाध्यक्ष
पी जे कुरियन की अध्यक्षता में कई केन्द्रीय और राज्य मंत्री भी इस समारोह में उपस्थित
रहेंगे। सिविल एविएशन राज्य मंत्री केसी वेणुगोपाल, इंडियन यूनियन मुसलिम लीग के लोकसभा
सदस्य ई मोहम्मद बशीर तथा कांग्रेस सांसद पालोदे रवि और तिरुवन्नतापुरम के मेयर और मार्क्सवादी
नेता के चन्द्रिका इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्य होंगे। काथिलिकोस क्लेमिंस को कार्डिनल
बनाये जाने के साथ ही भारत के सात कार्डिनल हो जायेंगे जिनमें से 5 कार्डिनल 80 वर्ष
से कम आयु के होने के कारण नये संत पापा के चुनाव में मतदान करने के अधिकारी होंगे। भारत
के सबसे बुजुर्ग कार्डिनल 92 वर्षीय कार्डिनल सिमोन पिमेंटा हैं जो मुम्बई में तथा 88
वर्षीय कार्डिनल सिमोन लूर्दस्वामी और 76 वर्षीय कार्डिनल आयवन डायस रोम में रहते हैं।
अन्य कार्डिनल हैं राँची के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो, मुम्बई के
महाधर्माध्यक्ष ओसवाल्ड ग्रेशियस, सीरो मलाबार चर्च के मेजर आर्चविशप जोर्ज अल्लेंचेरी।
काथिलिकोस क्लेमिंस सीरो मलंकारा चर्च के पहले कार्डिनल होंगे। यह मलंकारा आर्थोडोक्स
सीरीयाई चर्च का भाग है जो 1930 में काथलिक चर्च के साथ मिल गया। पूर्वी रीति की सीरो
मलंकारा काथलिक चर्च में विश्वासियों की संख्या लगभग 5 लाख है। काथिलिकोस क्लेमिंस सन
1986 में पुरोहित अभिषिक्त हुए। उन्होंने रोम स्थित संत थोमस परमधर्मपीठीय यूनिवर्सिटी
से डाक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। वे सन 2001 में धर्माध्यक्ष नियुक्त किये गये तथा 6
वर्ष बाद मेजर आर्चविशप बनाये गये। संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने काथलिक कलीसिया
के लिए 6 नये कार्डिनल बनाये जाने की घोषणा 28 अक्तूबर को की थी। इनमें एशिया से फिलीपीन्स
स्थित मनीला के महाधर्माध्यक्ष लुईस अंतोनियो तागले भी शामिल हैं जो दूसरे सबसे युवा
कार्डिनल होंगे।