शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्र में कलीसिया का योगदान ‘मूल्यवान’
नयी दिल्ली, 19 नवम्बर, 2012 (कैथन्यूज़) केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री कपिल सिब्बल
ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्र में कलीसिया का योगदान ‘मूल्यवान’
है। मंत्री महोदय ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने नयी दिल्ली में सिरो मलाबार
कलीसिया द्वारा ‘राष्ट्रनिर्माण में सिरोमलाबार कलीसिया की भूमिका’ विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय
सेमिनार का उद्घाटन किया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने सिब्बल ने कहा, "मानवता के
लिये कलीसिया का योगदान अति महत्वपूर्ण रहा है। जिस तरह से कलीसिया ने शिक्षा के क्षेत्र
में युवाओं को और सेवा के क्षेत्र में दरिद्रों तथा पीड़ितों के लिये कार्य किया है
उसकी सराहना की जानी चाहिये। इस समारोह में बोलते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा,
"राष्ट्र निर्माण का अर्थ यह भी है कि राष्ट्र की आत्मा की रक्षा करना। हम किसी भी धर्म
या सम्प्रदाय के क्यों न हों हम एक ही परिवार के सदस्य हैं। अगर हम परिवार की तोड़नेवाली
ताकतों को आगे बढ़ने देते हैं तो हम अपने कर्त्तव्य से चूक रहे हैं।" खाद्य और जनवितरण
राज्य मंत्री के.वी. थोमस ने कहा कि ख्रीस्तीय समुदाय विशेष करके सिरो मलाबार समुदाय
द्वारा राष्ट्र के लिये किये जा रहे प्रयासों को कोई भी नकार नहीं सकता। इस अवसर पर
अपने अध्यक्षीय भाषण में कार्डिनल जोर्ज अलेनचेरी ने कहा, "भारत की कलीसिया शांतिपूर्ण
सहअस्तित्व और विभिन्न धर्मांवलंबियों के बीच रचनात्मक सहयोग की आशा करती है।" उन्होंने
लोगों से अपील की कि वे अंतरधार्मिक और अंतरसांस्कृतिक वार्ता के लिये कार्य करें ताकि
एकता बढ़े और राष्ट्र की प्रगति हो सके। समारोह में विश्वास वर्ष का उद्धाटन किया
गया और पवित्र यूखरिस्तीय बलिदान में कार्डिनल अलेनचेरी के अलावा 15 धर्माध्यक्ष 100
पुरोहित और करीब 7 हज़ार लोगों ने हिस्सा लिया।