संत पापा जोन पौल द्वितीय द्वारा इताली संसद की भेंट करने की 10 वीँ वर्षगाँठ का स्मरण
वाटिकन सिटी 16 नवम्बर 2012 (जेनिथ, वीआर अंग्रेजी) संत पापा जोन पौल द्वितीय द्वारा
इताली संसद की भेंट करने की 10 वीं वर्षगाँठ पर संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने बुधवार
को इताली संसद को एक संदेश भेजकर सब सांसदों को शुभकामनाएं दीं। वाटिकन राज्य सचिव द्वारा
हस्ताक्षरित संदेश में कहा गया कि संत पापा जोन पौल द्वितीय द्वारा 14 नवम्बर 2002 को
इताली संसद के निचले सदन की भेंट करना इटली और होली सी के संबंध के इतिहास में स्मरणीय
पन्ना है।
संत पापा जोन पौल द्वितीय ने नाजुक स्वास्थ्य के बावजूद इस बैठक में
शामिल होना चाहा। इताली संसद भवन में प्रवेश करने पर इटली के सांसदों और जनप्रतिनिधियों
की ओर से संत पापा को मिले सर्वसम्मत स्वागत तथा उनके भाषण के बाद व्यक्त सहमति बहुत
उल्लेखनीय रही।
सीनेट के अध्यक्ष रेनातो स्कीफानी तथा संसद के अध्यक्ष ज्यांफ्रांको
फिनी को सम्बोधित संदेश में ईसाईयत के सार का उपयोग करने की जरूरत को रेखांकित किया गया
जो इटली की सामाजिक और सांस्कृतिक अस्मिता तथा यूरोप और विश्व में इसके मिशन को अनुप्राणित
करता है, विशेष रूप से ऐसे सामाजिक संदर्भ में जो वर्तमान समय की आर्थिक संकट के परिणामों
के कारण और अधिक कठिन बन गया है। संदेश में कहा गया कि आध्यात्मिक और नैतिक विरासत हमेशा,
यहाँ तक कि कठिन समय में अंतःकरण के नवीनीकरण तथा जनहित की और सौहार्दपूर्ण उन्मुखता
के लिए लिए पर्याप्त संसाधन अर्पित कर सकती है।
संत पापा की आशा है कि इटली और
होली सी के मध्य तथा इटली में राज्य और कलीसिया के मध्य सहयोग जारी रहेगा तथा इसका लाभ
विशेष रूप से परिवारों, सामाजिक और शैक्षणिक संस्थानों और नागरिकों की सहायता के लिए
मिलता रहेगा। संत पापा ने संसद के दोनो सदनों के सदस्यों के लिए ईश्वरीय कृपा की कामना
करते हुए अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन दिया।