2012-11-15 17:16:18

आंग सान सू की ने म्यांमार में लोकतंत्र की प्रगति के लिए भारत से सहायता करने का आग्रह


नई दिल्ली 15 नवम्बर 2012 (ऊकान) म्यांमार में विपक्ष की नेता आंग सान सु की ने देश में लोकतंत्र की ओर बढ़ने के लिए भारत से समर्थन और प्रोत्साहन देने का आह्वान किया है। कई दशकों के बाद भारत की यात्रा पर आयी नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की ने भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की तथा भारत के नागरिक समाज के साथ संबधों की पुर्नबहाली का लक्ष्य रखती हैं।
म्यांमार में अनेक दशकों तक सैन्य शासन रहा तथा यह धीरे-धीरे लोकतंत्र की ओर बढ रहा है।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू स्मृति व्याख्यान के अवसर पर नई दिल्ली में दिये गये एक भाषण के दौरान आंग सान सू क्यी ने कहा कि हमने पूर्ण लोकतंत्र के लक्ष्य को अबतक प्राप्त नहीं किया है। हम अब भी प्रयास कर रहे हैं तथा हमारी आशा है कि इस अंतिम तथा सबसे कठिन चरण में भारत के लोग हमारे साथ खड़े होंगे तथा हमारे साथ चलेंगे।
भारत के प्रधानंत्री मनमोहन सिंह ने म्यांमार में विपक्ष की नेता से कहा कि लोकतंत्र को लिए किये जा रहे संघर्ष के लिए वे अपनी शुभकामनाएँ देते हैं। दोनों नेताओं ने म्यांमार में राष्ट्रीय स्तर पर मेलमिलाप के लिए की जा रही प्रक्रिया, लोगों के आपसी संबंध तथा दोनों देशों की संसद और न्यायपालिका के मध्य सहयोग सहित विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया। म्यांमार की विपक्ष की नेता आन सू की ने नई दिल्ली के प्रसिद्द लेडी श्री राम कालेज से राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध पर अध्ययन किया था जब उनकी माता खिन क्यी सन 1960 में भारत में वर्मा की राजदूत थीं।
आन सान सू की भारत यात्रा को दोनों देशों में सिविल लिवर्टी मूवमेंट के मध्य संबंधों के सुधार की दिशा में देखा जा रहा है।








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