ओडिशा, 134 नवम्बर सन् 2012 (एशियान्यूज़): ओडिशा के कन्धामाल ज़िले स्थित मीदियाकिया
गाँव में अज्ञात उग्रवादियों ने ख्रीस्तीय कब्रस्तान में तोड़ फोड़ मचाई तथा उसे अपवित्र
करने का दुस्साहस किया। कब्रस्तान के अपवित्रीकरण की ख़बर रविवार को सामने आई किन्तु
मैथोडिस्ट चर्च के पादरी ग्वारांगो नायक को इस बात का पता एक सप्ताह पूर्व ही चल गया
था जब वे कब्रस्तान पर प्रार्थना करने गये थे। उग्रवादियों ने कब्रों पर से क्रूस की
प्रतिमाओं को हटा दिया तथा कब्रस्तान के वृक्षों एवं पौधों को काटकर इधर उधर फेंक दिया।
ख्रीस्तीय नेताओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज़ कर दी है किन्तु अभी तक किसी को गिरफ्तार
नहीं किया गया है। मीदिकिया गाँव बाल्लीगुडा से 15 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है
जहाँ कई काथलिक, मैथोडिस्ट तथा बैपटिस्ट ख्रीस्तीय निवास करते हैं। इस गाँव को कई बार
ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा का शिकार बनना पड़ा है। सन् 2008 की ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा में
इस गाँव के सभी ख्रीस्तीय घरों को लूट लिया गया था तथा आग के हवाले कर दिया गया था। सन्
2011 में, यहीं पर चरमपंथी हिन्दुओं ने घात लगाकर प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीय पादरी माईकिल
नायक की हत्या कर दी थी। एशियान्यूज़ से बातचीत में ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स
के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने कहा कि कन्धामाल ज़िलें में जारी ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा
घोर चिन्ता का विषय है। मीदिकिया के कब्रस्तान के अपवित्रीकरण की उन्होंने निन्दा की
तथा एक बार फिर सरकार का आह्वान किया कि वह पादरी माईकिल नायक की हत्या एवं अन्य ख्रीस्तीय
विरोधी हिंसा की घटनाओं सम्बन्धी जाँच पड़ताल को गम्भीरतापूर्वक ले तथा उड़ीसा के ख्रीस्तीयों
को न्याय दिलवाये।