वाटिकन सिटी, 8 नवम्बर, 2012 (वीआर, अंग्रेजी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवे ने सीरिया
में शांति की पुनः अपील की है। 7 नवम्बर को बुधवारीय आमदर्शन सभा के अन्त में उन्होंने
सीरिया की स्थिति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा, "सीरिया की स्थिति पर मुझे चिन्ता है।
प्राप्त सूचनाओं से पता चलता है कि सीरिया में चल रही लड़ाई से मरने वालों की संख्या
लगातार बढ़ती जा रही है और आम नागरिक अपने घर छोड़ने पर मजबूर हैं।" संत पापा ने कहा,
"मैं सीरियाई कलीसिया और वहाँ के सब पीड़ित लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति और आध्यात्मिक
सामीप्य प्रकट करता हूँ विशेष कर के उनके प्रति जो विभिन्न प्रकार की तकलीफ़े झेल रहे
हैं और पलायन को मजबूर हैं। " उन्होंने कहा, "मुझे खेद है कि विभिन्न बदलती परिस्थितियों
के कारण वाटिकन द्वारा किये जा रहे शांति पहल को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका।" विदित
हो कि संत पापा ने सिनॉद धर्माध्यक्षों का एक प्रतिनिधिमंडल सीरिया के दमस्कुस भेजने
की योजना बनायी थी ताकि शांति प्रयास को बल दिया जा सके। संत पापा ने कहा कि अब
वे इस मिशन की सारी ज़िम्मेदारी पोन्तिफिकल कौंसिल ‘कोर उनुम’ के अध्यक्ष कार्डिनल रोबर्ट
साराह के कंधों में डाल रहे हैं। वे 10 नवम्बर तक लेबनान का दौरा करेंगे और सीरिया का
विश्वासियों तथा पास्टरों से मुलाक़ात करेंगे। योजना के अनुसार कार्डिनल साराह विभिन्न
शर्णार्थी शिविरों का भी दौरा करेंगे और काथलिक चैरिटी संस्थाओं से विचार-विमर्श कर सीरिया
के पीड़ित लोगों की मदद के कुछ ठोस उपाय खोजेंगे। संत पापा ने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना
करते हैं और संघर्ष कर रहे दोनों दलों से निवेदन करते हैं कि वे सीरिया की भलाई के लिये
वार्ता और शांति का रास्ता अपनायें और सहअस्तित्व की भावना के साथ समस्या का उपयुक्त
राजनीतिक हल निकालें।
संत पापा ने कहा कि हमें हरसंभव प्रयास करना चाहिये ताकि
समस्या का समाधान जल्द हो ऐसा न हो कि समाधान में बहुत देर हो जाये।