मुम्बईः लोकप्रिय सूफी दरगाह पर महिलाओं को नहीं मिलेगा प्रवेश
मुम्बई, 07 नवम्बर, सन् 2012 (ऊका समाचार): मुंबई में अरब सागर स्थित, 15वीं सदी की मशहूर
दरगाह हाजी अली पर महिलाओं के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस विख्यात सूफी
दरगाह पर पीर हाजी अली शाह बुखारी के अवशेष सुरक्षित हैं। दरगाह प्रबंधन ने मंगलवार
को कहा, "महिलाओं को दरगाह के खुले परिसर में जाने की आजादी होगी पर वे अंदर नहीं जा
सकेंगी।" दरगाह के ट्रस्टी रिज़वान मर्चेंट ने कहा, "इस्लामी शरिया कानून के मुताबिक
अगर इस्लामी विद्वानों ने फतवा जारी किया है और मांग की है कि महिलाओं को दरगाह के अंदर
जाने की अनुमति नहीं दी जाए तो हमने केवल इसमें सुधार किया है।" मर्चेंट ने कहा, "हम
अपनी बहनों से सिर्फ इतना ही आग्रह करते हैं कि वे दरगाह के अंदर न घुसें।" मानवाधिकार
संगठनों तथा महिला संगठनों ने इस निर्णय की कड़ी आलोचना की है। मुम्बई के भारतीय मुस्लिम
महिला आन्दोलन ने विरोध प्रकट करते हुए कहा है कि हाजी अली ट्रस्ट का निर्णय "बेहद भेदभावपूर्ण,
पक्षपातीय तथा घोर प्रतिगामी है।" भारत के राजनीतिज्ञों ने भी हाजी अली ट्रस्ट के
निर्णय की निन्दा की है। काँग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "हम इसके पक्ष में बिलकुल
भी नहीं हैं, सभी मुसलमानों को इसका विरोध करना चाहिये।" इसी प्रकार भाजपा नेता शाह नवाज़
हुसैन ने कहा, "ट्रस्ट को पुनर्विचार कर अपने निर्णय को वापस लेना चाहिये।"