अमेरिकन जेस्विट फादर जेरोम जुराक हिन्दी के लिये सम्मानित
पटना, 5 नवम्बर, 2012 (कैथन्यूज़) हिन्दी भाषा में काथलिक विश्वास के प्रचार-प्रसार के
लिये 3 नवम्बर शनिवार को पटना में आयोजित एक समारोह में अमेरिकन जेस्विट फादर जेरोम जुराक
को चौथे केरुबिन बारनो साहू पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पटना धर्मप्रांत के
फादर देवासिया मत्ताथिलानी फादर जेरोम को पुरस्कार की राशि 6500 रुपये और एक प्रशस्ति
पत्र प्रदान की। 83 वर्षीय फादर जेस्विट फादर जेरोम ने कहा कि उन्होंने स्वर्गीय
केरुबिन बारनो साहू की मदद से ही हिन्दी भाषा में दक्षता प्राप्त की थी। श्री साहू इतने
अच्छे शिक्षक थे कि चार महीनों में ही मैंने हिन्दी लिखना और बोलना सीख लिया था। इस
अवसर पर उपस्थित पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डीसूज़ा ने कहा कि फादर
डूरक का हिन्दी भाषा के लिये योगदान अति महत्वपूर्ण है। फादर जेरोम ने कई किताबों
के अनुवाद किये और धर्म, धर्मशिक्षा, आध्यात्मिकता और नैतिक विषयों पर बहुत ही प्रभावकारी
और प्रेरणादायक लेख लिखे हैं। फादर जेरोम प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित स्थानीय
पत्रिका ‘पवित्र ह्रदय का संदेश’ पर संतों की जीवनी के लेखक रूप में लोकप्रिय रहे हैं।
विदित हो कि केरुबिन बारनो साहू पुरस्कार का आरंभ पटना महाधर्मप्रांत और पटना जेस्विट
सोसायटी तथा प्रभात प्रकाशन की ओर से संयुक्त रूप से दिया जाता रहा है। श्री साहू
पटना के काथलिक लोकधर्मी हिन्दी लेखक रूप में विख्यात थे। उन्होंने काथलिक विषयों पर
तथा विश्वास के प्रचार के लिये कई उपन्यास, कहानियाँ और कवितायें लिखीं। उनके कई गीतों
को भी पूजन पद्धति में शामिल किया गया है।