ट्रिचीः भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने मानवाधिकारों पर प्रकाशित की पुस्तक
ट्रिची, 23 अक्टूबर सन् 2012 (ऊका समाचार): तमिल नाड के ट्रिची में, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन ने मानवाधिकारों पर एक पुस्तक प्रकाशित की। पुस्तक वाटिकन स्थित न्याय एवं शांति
सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के दस्तावेज़ का भारतीय संस्करण है। भारतीय काथलिक
धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के न्याय, शांति एवं विकास सम्बन्धी कार्यालय के अध्यक्ष, धर्माध्यक्ष
इवोन एम्ब्रोज़ ने मानवाधिकारों पर इस पुस्तक का विमोचन किया जिसका शीर्षक हैः "कलीसिया
और मानवाधिकार"। भारतीय संस्करण की पहली प्रति तमिल नाड के सामाजिक सेवा समाज के
निदेशक फादर अरुलदास को अर्पित की गई। धर्माध्यक्ष एम्ब्रोज़ ने बताया कि भारतीय
काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के उक्त कार्यालय ने भारत में इस पुस्तक के प्रकाशन की
वाटिकन से अनुमति मांगी थी ताकि "ईश प्रजा को मानवाधिकारों के समर्थन एवं प्रोत्साहन
हेतु अनुप्राणित किया जा सके।" पुस्तक के प्रकाशन की अनुमति प्रदान करते हुए न्याय
एवं शांति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के सचिव धर्माध्यक्ष मारियो टोज़ो ने आशा व्यक्त
की थी कि भारत में दस्तावेज़ का प्रकाशन भारतीय पाठकों में मानवाधिकारों के प्रतिष्ठापन
हेतु नवीकृत उत्साह को जागृत करेगा तथा उनमें न्याय एवं शांति के कार्यों के प्रति रुचि
उत्पन्न करेगा। वाटिकन द्वारा इस दस्तावेज़ की प्रकाशना सन् 2011 में, संयुक्त राष्ट्र
संघ द्वारा मनाई गई, मानवाधिकार सम्बन्धी सार्वभौमिक घोषणा की 25 वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य
में की गई थी।