ईशशास्त्री जेस्विट फादर ब्रायन एडवर्ड दाले को रतसिंगर पुरस्कार
वाटिकन सिटी, 22 अक्तूबर, 2012 (वीआर, अंग्रेज़ी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने शनिवार
20 अक्तूबर को ईशशास्त्र में विशिष्ट योगदान के लिये अमेरिका के प्रसिद्ध ईशशास्त्री
जेस्विट फादर ब्रायन एडवर्ड दाले को रतसिंगर पुरस्कार से सम्मानित किया। संत पापा
ने रतसिंगर 2012 पुरस्कार समारोह के अध्यक्षीय भाषण देते हुए कहा कि काथलिक ईशशास्त्रीय
प्रयासों में ईश्वर का व्यक्तिगत अनुभव और बौद्धिक परिशुद्धता का गहरा संबंध है। उन्होंने
कहा कि ईशशास्त्री विश्वास द्वारा आलोकित अपने जीवन से मानव को ईश्वर को नजदीक लाने में
मदद देते हैं। आज मानव को इसी प्रकाश की सख़्त ज़रूरत है। संत पापा ने फादर दाले
और प्रोफेसर ब्राक के बारे में कहा कि दोनों ईशशास्त्री या थियोलिजियन विज्ञान और विवेक
तथा वैज्ञानिक परिशुद्धता और मानव इच्छा को जोड़ने वाले ज्ञान के प्रचारक होने के उत्तम
उदाहरण हैं। उनके ज्ञान के आलोक में व्यक्ति सच्चा जीवन जीने की कला सीख सकता है। विदित
हो, ईशशास्त्र या थियोलॉजी के क्षेत्र में योगदान देने के लिये दिया जाने वाला रतसिंगर
पुरस्कार ‘जोसेफ रतसिंगर वाटिकन फाउन्डेशन’ द्वारा प्रायोजित पुरस्कार है जिसकी स्थापना
सन् 2010 में की गयी। इस पुरस्कार को देने का लक्ष्य है पूर्व युनिवर्सिटी प्रोफेसर जोसेफ
रतसिंगर के लेखों और रचनाओं का अध्ययन और उसकी प्रकाशना। फाउन्डेशन उनको भी आर्थिक
मदद देते हैं जो इस क्षेत्र में डॉक्टरल स्टडी करना चाहते हैं। मालूम हो कि रतसिंगर फाउन्डेशन
ने ईशशास्त्र से संबंधित कई उच्च-स्तरीय सेमिनारों का भी आयोजन किया है।