सुसमाचार का प्रचार अर्थात ‘प्रेरितो के समुदाय’ का निर्माण
वाटिकन सिटी, 20 अक्तूबर, 2012 (वीआर, अंग्रेज़ी) फिलीपींस धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष
सिबु के महाधर्माध्यक्ष होसे पाल्मा ने कहा, "नये सुसमाचार प्रचार के लिये ज़रूरी है
कि हम ‘प्रेरितों का समुदाय’ बनायें और प्रेरितों के समान जीयें।" महाधर्माध्यक्ष
होसे पाल्मा ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने वाटिकन रेडियो को एक साक्षात्कार दिया।
उन्होंने द्वितीय वाटिकन महासभा के निर्णयों के लागू करने संबंधी बातों की याद कराते
हुए कहा कि फिलिपींस के धर्माध्यक्षों ने सन् 1991 ईस्वी में धर्माध्यक्षों की पूर्णकालिक
सभा में काथलिक कलीसिया के लक्ष्य और मिशन को नये सिरे से परिभाषित किया था। उस निर्णय
के अनुसार कलीसिया को चाहिये कि वह प्रेरितों के समुदाय का अनुसरण करे। महाधर्माध्यक्ष
ने फिलीपींस सरकार और मुसलमानों के बीच चल रहे शांति वार्ता की सराहना की और कहा कि शांति
वार्ता से ख्रीस्तीयों और मुसलमानों के बीच आपसी समझदारी बढ़ेगी और दोनों समुदाय एक-दूसरे
का सम्मान कर पायेंगे। महाधर्माध्यक्ष पाल्मा ने कहा कि वार्ता के ठोस फल अभी तक प्राप्त
नहीं हुए हैं पर आशा है कि भविष्य में दोनों समुदायों के शांति वार्ता प्रयास के सुखद
फल प्राप्त होंगे। विदित हो कि धर्माध्यक्षों की तेरहवीं आम सभा में प्रतिनिधि
इन दिनों छोटे-छोटे समुदायों में बँटकर अपने विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं। नये
सुसमाचार प्रचार विषय पर रोम में आयोजित धर्मसभा का आरंभ 7 अक्तूबर को हुआ और 28 अक्तूबर
को तक यह जारी रहेगा। Vवावनननर