वाटिकन सिटीः धर्मसभा में पाकिस्तान के धर्माध्यक्ष ने ईश निन्दा कानून से उत्पन्न समस्याओं
पर डाला प्रकाश
वाटिकन सिटी, 16 अक्टूबर सन् 2012 (सेदोक): वाटिकन में 7 से 28 अक्टूबर तक जारी विश्व
धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की 11 वीं आमसभा में सोमवार को लाहौर के प्रेरितिक प्रशासक धर्माध्यक्ष
सेबास्तियान फ्राँसिस शॉ ने भी धर्मसभा के आचार्यों को सम्बोधित किया। इस अवसर पर
उन्होंने पाकिस्तान के ईश निन्दा कानून से उत्पन्न समस्याओं पर प्रकाश डाला। धर्माध्यक्ष
शॉ ने कहा कि पाकिस्तान की काथलिक कलीसिया ने नवीन सुसमाचार उदघोषणा का स्वागत किया है
ताकि वर्तमान जगत द्वारा प्रस्तुत चुनौतियों एवं वास्तविकताओं को निष्पक्ष रूप से देखा
जा सके तथा सत्य के आधार पर उनका सामना किया जा सके। उन्होंने बताया कि इस दिशा में पाकिस्तान
की कलीसिया ने काथलिक धर्मशिक्षा की पुस्तक को उर्दु में अनुदित किया है तथा काथलिकों
को विश्वास में सुदृढ़ करने हेतु कई प्रेरितिक पहलें आरम्भ की हैं। मुसलमान बहुल
राष्ट्र पाकिस्तान में ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए धर्माध्यक्ष
शॉ ने देश में लागू ईश निन्दा कानून का ज़िक्र किया क्योंकि प्रायः इसकी आड़ में ख्रीस्तीयों
को उत्पीड़ित किया जाता है। ईश निन्दा कानून के उल्लंघन के झूठे आरोप में जेल काट
रही आसिया बीबी का उदाहरण दिया तथा, इस प्रकरण पर सार्वजनिक रूप से बोलने के लिये, सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नवीन
सुसमाचार उदघोषणा के लिये स्वस्थ मानवीय सम्बन्धों की स्थापना को पाकिस्तान की कलीसिया
अनिवार्य मानती है इसलिये पाकिस्तान में विद्यमान सभी धर्मों के लोगों के साथ अन्तरधार्मिक
वार्ता के लिये वह वचनबद्ध है।