धर्माध्यक्ष रूफीन ने युवती पर तालिबान के हमले की निन्दा की
पाकिस्तान 12 अक्तूबर 2012 (सीएएन) पाकिस्तान स्थित इस्लामाबाद रावलपिंडी के धर्माध्यक्ष
अंथोनी रूफीन ने स्वात घाटी में मानवाधिकार कार्यों के लिए विख्यात 14 वर्षीय मानवाधिकार
कार्यकर्त्ता मलाला युसुफजई पर तालिबान द्वारा किये गये हमले की निन्दा की है। उन्होंने
मलाला के प्रति मसीही समुदाय की सहानुभूति और सह्दयता को व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर
ने मानव की सृष्टि अपने प्रतिरूप में की है। प्रत्येक जीवन अनमोल है तथा केवल ईश्वर का
है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में कलीसिया लड़कियों की शिक्षा तथा उनके विकास और सशक्तिकरण
में योगदान देने के लिए समर्पित है।
तालिबान के हमलावरों ने 9 अक्तूबर को 14
वर्षीय मलाला के सिर में गोली मार दी थी। उनका कहना था कि मलाला लडकियों को शिक्षा दिलाने
तथा पश्चिमी सभ्यता पर जोर देती थी। पेशावर स्थित अस्पताल में मलाला का इलाज चल रहा है,
उसकी हालत स्थिर बनी हुई है,
धर्माध्यक्ष रूफीन ने कहा कि हर व्यक्ति को जीवन
और शिक्षा पाने का पावन अधिकार है।