वाटिकन सिटीः विश्वास वर्ष का उदघाटन एवं द्वितीय वाटिकन महासभा की 50 वीं वर्षगाँठ साथ
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वाटिकन सिटी, 10 अक्टूबर सन् 2012 (सेदोक): वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के
प्राँगण में, गुरुवार 11 अक्टूबर को, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के नेतृत्व में, काथलिक
कलीसिया के विश्वास वर्ष का शुभारम्भ एक भव्य शोभायात्रा एवं ख्रीस्तयाग द्वारा किया
जायेगा। गौरतलब है कि विश्वास वर्ष का आरम्भ द्वितीय वाटिकन महासभा की 50 वीं वर्षगाँठ
के दिन किया जा रहा है। सोमवार को वाटिकन में आयोजित एक प्रेस सम्मेलन में नवीन सुसमाचार
उदघोषणा के प्रोत्साहन हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष रीनो
फिज़िकेल्ला ने कहा कि विश्वास वर्ष का समय द्वितीय वाटिकन महासभा पर चिन्तन का सुअवसर
सिद्ध होगा। उन्होंने कहा, "विश्वास वर्ष द्वितीय वाटिकन महासभा पर चिन्तन का सुअवसर
है जिसने 20 वीं शताब्दी की कलीसिया के जीवन पर अमिट छाप छोड़ी है। साथ ही यह वर्ष महासभा
की शिक्षाओं के प्रभाव के पुनरावलोकन का भी सुअवसर होगा ताकि आनेवाले दशकों में नवीन
सुसमाचार उदघोषणा के लिये मार्गदर्शन प्राप्त किया जा सके।" महाधर्माध्यक्ष फिज़ीकेल्ला
ने कहा, "वस्तुतः, द्वितीय वाटिकन महासभा का उद्देश्य भी सुसमाचार उदघोषणा के नये तरीकों
एवं माध्यमों की खोज करना था।" विश्वास वर्ष के उद्देश्य के बारे में उन्होंने कहा,
"ख्रीस्तीय भ्रातृसंघ के सांस्कारीय जीवन के अन्तर्गत काथलिक विश्वासियों को, विशेष रूप
से धर्मशिक्षा द्वारा, प्रशिक्षण प्रदान करना है। इसके अतिरिक्त , कलीसिया चाहती है कि
ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों में इस बात का एहसास हो कि वे कलीसिया के हैं तथा कलीसिया उनके
साथ है।" उन्होंने कहा कि काथलिक धर्मानुयायियों के विश्वास को नवीकृत करने का यह
स्वर्णिम अवसर है जिसके दौरान उन्हें सुसमाचार के सौन्दर्य से परिचित कराया जा सकता तथा
प्रेम, न्याय एवं शांति के कार्यों हेतु अनुप्राणित किया जा सकता है। महाधर्माध्यक्ष
फिज़ीकेल्ला ने बताया कि "विश्वास वर्ष" का उदघाटन भव्य शोभायात्रा एवं ख्रीस्तयाग समारोह
के साथ उसी तरह होगा जिस तरह 12 अक्टूबर सन् 1962 ई. को द्वितीय वाटिकन महासभा का उदघाटन
हुआ था। इस समय वाटिकन में जारी विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के सभी धर्माचार्य इसमें
भाग लेंगे।